40 लाख रुपये खर्च करके डंकी से US पहुंचा भारतीय, 11 दिन में भेज दिया वापस; शख्स ने सुनाया किस्सा
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40 लाख रुपये खर्च करके डंकी से US पहुंचा भारतीय, 11 दिन में भेज दिया वापस; शख्स ने सुनाया किस्सा

Indian Immigrants: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सीमा नीति के तहत 104 भारतीय अवैध प्रवासियों को अमेरिका से डिपोर्ट किया. बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान ने इन प्रवासियों को श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अमृतसर में उतारा.

 

40 लाख रुपये खर्च करके डंकी से US पहुंचा भारतीय, 11 दिन में भेज दिया वापस; शख्स ने सुनाया किस्सा

Trending News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सीमा नीति के तहत 104 भारतीय अवैध प्रवासियों को अमेरिका से डिपोर्ट किया. बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान ने इन प्रवासियों को श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अमृतसर में उतारा. इनमें से एक भारतीय प्रवासी ने अपनी यात्रा के बारे में खुलासा किया और बताया कि उसने ‘डंकी’ रास्ते से अमेरिका पहुंचने का प्रयास किया था.

 

‘डंकी’ रास्ते से यात्रा का अनुभव

पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला यह आदमी 2.5 साल पहले यूनाइटेड किंगडम (यूके) पहुंचा और वहां से यूरोप होते हुए अमेरिका पहुंचने के लिए एक एजेंट से संपर्क किया. उसने फेसबुक पर एक एजेंट से ₹40 लाख में यह यात्रा का इंतजाम किया था. इस व्यक्ति ने ANI से बातचीत में कहा, “मैंने 2.5 साल पहले यूके छोड़ा और फिर यूरोप गया. एजेंट ने मुझे डंकी रास्ता अपनाने के लिए कहा. मैंने ₹40 लाख खर्च किए, लेकिन यात्रा आसान नहीं थी मुझे जंगल के रास्ते से जाना पड़ा और कई समस्याओं का सामना करना पड़ा.” वह आगे बताते हैं, “मैं इंग्लैंड में 2 साल रहा और वहां अपनी आजीविका के लिए गया था. फेसबुक पर एजेंट का नंबर मिला था.”

 

अमेरिका में 11 दिन और फिर डिपोर्टेशन

अमेरिका पहुंचने के बाद यह व्यक्ति केवल 11 दिन ही वहां रह सका. वह बताता है, “जब हम सीमा पार कर रहे थे, हमें पकड़ लिया गया. हमें हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डाल दी गईं. हमें वापस लाया गया. जब मुझे गिरफ्तार किया गया था तो मुझे कभी नहीं लगा था कि मुझे डिपोर्ट किया जाएगा.”

 

विदेश मंत्रालय का बयान

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अवैध भारतीय प्रवासियों के डिपोर्टेशन को लेकर उठे सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका के इमिग्रेशन और कस्टम्स (ICE) अधिकारियों द्वारा इन उपायों का इस्तेमाल 2012 से मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत किया जा रहा है. जयशंकर ने कहा, “देशों का यह कर्तव्य है कि वे अपने नागरिकों को वापस लें जो विदेश में अवैध रूप से रह रहे हैं. यह किसी विशेष देश की नीति नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एक सामान्य स्वीकृत सिद्धांत है.”

 

डिपोर्ट हुए भारतीय नागरिकों की संख्या

डिपोर्ट किए गए 104 भारतीय नागरिकों में 72 पुरुष, 19 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल थे. यह संख्या अमेरिका द्वारा लागू की जा रही कड़ी सीमा नीति का प्रतीक है, जो अवैध प्रवासियों को पकड़े जाने के बाद वापस भेजने की प्रक्रिया को तेज कर रही है.

 

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