Donald Trump on Ghaza: गाजा पर अपना कंट्रोल हासिल करने की बात कहने के बाद डोनाल्ड ट्रंप घिर गए हैं. दुनियाभर से उनकी इस ख्वाहिश पर टिप्पणियां आ रही हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने भी बड़ा बयान दिया है.
Trending Photos
Congress on Ghaza Take Over: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पट्टी को अपने कब्जे में लेने वाले बयान की आलोचना की और इसे अजीब करार देते हुए 'अस्वीकार्य' बताया है. ट्रंप ने हाल ही में गाजा को अपने कब्जे में लेने की बात कही थी और कहा था कि वो गाजा को फिर से ठीक कर देंगे, वहां की आबादी को फिर से बसा सकता है. इसी बयान को लेकर कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार से भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी की मांग की है.
उन्होंने एक्स पर लिखा,'राष्ट्रपति ट्रंप का गाजा के भविष्य को लेकर दिया गया बयान अजीब, खतरनाक और पूरी तरह अस्वीकार्य है. केवल दो-राज्य समाधान ही फिलिस्तीनी लोगों की आज़ादी और सम्मान के साथ जीने की पूरी तरह वैध आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है और साथ ही इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है. यही पश्चिम एशिया में स्थायी शांति का एकमात्र रास्ता है.' कांग्रेस नेता ने इस मामले पर मोदी सरकार से भी दखल देने की बात कही है.
President Trump's loud thinking on the future of Gaza is bizarre, dangerous, and totally unacceptable.
A two-state solution that fulfills the completely legitimate aspirations of the Palestianian people to lead a life in independence and dignity, and also ensures security for…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 5, 2025
डोनाल्ड ट्रंप की ऐलान किया कि अमेरिका गाजा पट्टी पर कंट्रोल करेगा, वहां के खतरनाक हथियार नष्ट करेगा, तबाह इमारतों को हटाएगा और क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए काम करेगा, इस पर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. हमास के सीनियर अधिकारी सामी अबू जुहरी ने ट्रंप की योजना को 'बेतुका और हास्यास्पद' बताते हुए कहा कि यह इलाके में अशांति और तनाव को बढ़ाने वाली योजना है. उन्होंने कहा,'गाजा पर नियंत्रण करने की ट्रंप की इच्छा हास्यास्पद है और ऐसे किसी भी विचार से इलाके में आग भड़क सकती है. गाजा के लोग ऐसी किसी योजना को कामयाब नहीं होने देंगे.'
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम चल रहा है और संघर्ष के बाद गाजा के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं. हमास के प्रवक्ता अब्देल लतीफ अल-कानौ ने कहा कि अमेरिका का यह नस्लवादी रुख इजराइली चरमपंथियों के रुख के बराबर है, जो हमारे लोगों को बेदखल कर हमारी पहचान मिटाना चाहते हैं.'
फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (PLO) के महासचिव हुसैन अल-शेख ने कहा कि फिलिस्तीनी अपने देश से जबरन निकाले जाने के किसी भी प्रस्ताव को पूरी तरह अस्वीकार करते हैं. संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के प्रतिनिधि रियाद मंसूर ने कहा कि गाजा के लोगों को उनके 'मूल घरों' में वापस जाने की अनुमति दी जानी चाहिए जो कभी इजराइल में हुआ करते थे.