DNA Analysis: दिल्ली विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने दो प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था. AI सर्वे के मुताबिक मुस्तफाबाद और ओखला पर जानिए मुस्लिमों का वोट किसे गया है.
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DNA Analysis: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो गया है. 8 फरवरी नतीजे आएंगे. इस बार दिल्ली के मुस्लिम वोटर्स के सामने असदुद्दीन ओवैसी ने दुविधा खड़ी कर दी. ओवैसी ने दंगा आरोप के दो उम्मीदवारों को उतारकर दिल्ली के मुसलिम वोटर्स को मानो कनफ्यूज कर दिया. लोगों ने ओवैसी को क्यों नकारा मुस्तफाबाद और ओखला की जनता ने किन मुद्दों पर वोट किया. कैसे ओवैसी के दोनों शेर धराशायी हो रहे हैं.. इस रिपोर्ट में देखिए.
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने दिल्ली चुनाव में अपने लिए दो विधानसभा सीट चुनी थी. ओखला और मुस्तफाबाद, दोनों सीटों पर मुस्लिमों की तादात अच्छी खासी है. ओवैसी ने यहां से ऐसे उम्मीदवार चुने, जिनपर दिल्ली में दंगा भड़काने के आरोप लगे थे और दोनों जेल में बंद हैं. इन्हें भाईजान ने चुनाव लड़ाया, लोगों से कहा- ये दिल्ली के शेर हैं.
AI EXIT POLL के मुताबिक ओवैसी के दोनों शेर ढेर होने वाले हैं या दहाड़ने वाले हैं या सिर्फ वोट कटवा बनकर रहने वाले हैं इसका जवाब देने से पहले मुस्लिम मतदाताओं की राय सुनिए. ओखला विधानसभा सीट मुस्लिम बहुल है और यहां 50 फीसदी से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं. बीते दो चुनाव में यहां आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला रहा है हालांकि जीत का अंतर काफी ज्यादा है.
2020 के चुनाव में अमानतुल्लाह खान को 66.03% वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे ब्रह्म सिंह को 29.65 फीसदी वोट मिले थे, वहीं 2015 के चुनाव में अमानतुल्लाह खान को 62.56% वोट मिले थे तो दूसरे नंबर पर रहे ब्रह्म सिंह को 23.84 फीसदी वोट मिले थे.
इस बार अमानतुल्लाह खान के खिलाफ ओवैसी ने दंगा आरोपी शिफा उर रहमान को टिकट दिया. AI EXIT POLL में मतदाताओं का बड़ा वर्ग ओवैसी के प्लान को पंक्चर करते दिख रहे हैं. सिर्फ ओखला नहीं...मुस्तफाबाद में भी माहौल यही लग रहा है. जहां ओवैसी ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को उम्मीदवार बनाया था.
AI EXIT POLL के आंकड़े बताते हैं कि 40 फीसदी लोग अमानतुल्लाहब खान को जिता रहे हैं. बीजेपी के हक में 35 फीसदी वोट आ रहे हैं. वहीं 5 फीसदी लोगों ने कांग्रेस को वोट किया है.वहीं अदर्स को 20 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. यानी जमानत पर बाहर आकर चुनाव प्रचार करने वाले ओवैसी के कथित शेर शिफा उर रहमान के लिए जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया है.
वहीं मुस्तफाबाद सीट की बात करें तो 35 फीसदी वोट आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अहमद खान को जाते दिख रहे हैं.कांग्रेस के मनोज बिष्ट को 10 फीसदी वोट मिल रहे हैं. यहां बड़ा उलटफेर होता दिख रहा है, बीजेपी के अली मेहंदी को 55 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं. यानी यहां ओवैसी के शेर ताहिर हुसैन ने तो मानो आम आदमी पार्टी के वोट काट दिए.