Chandra Grahan 2022: चंद्र ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद जरूर कर लें ये काम, नहीं पड़ेगा घर-परिवारा पर कोई बुरा असर
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Lunar Eclipse 2022: देव दिवाली पर चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. भारत में यह चंद्रग्रहण सिर्फ पूर्वी भाग से ही दिखाई देगा. अधिकांश क्षेत्रों से यह आंशिक रूप में देखने को मिलेगा. ये ग्रहण भारत में दिखेगा इसलिए ये खगोलीय नजरिये से खास तो रहेगा साथ ही धार्मिक रूप से इसका महत्व रहेगा. इस पर्व पर चंद्र ग्रहण करीब 40 से 45 मिनट तक रहेगा. ऐसी खगोलिय घटना पिछले साल मई-जून में भी हुई थी, लेकिन सूर्य और चंद्र ग्रहण देश में नहीं दिखे थे.
ग्रहण (Surya Grahan 2022) के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य को नहीं किया जाता है. इस दौरान भगवान की मूर्ति को छूना भी वर्जित होता है. जानें ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए..
ग्रहण के बाद करें ये काम
चंद्र ग्रहण के खत्म होते ही सूतक भी खत्म हो जाता है.ग्रहण खत्म होने के बाद घर के हर कोने में गंगाजल का छिड़काव करें. मकान, दुकान, प्रतिष्ठान की साफ सफाई कर अच्छे से धुलाई करें. ऐसा माना जाता है कि गंगाजल या किसी पवित्र नदी के जल का छिड़काव करने से नकारात्मकता समाप्त होती है और ग्रहण के प्रभाव भी समाप्त हो जाते हैं.ग्रहण के बाद स्नान जरूर करें. अगर स्नान नहीं कर सकते तो अपने ऊपर गंगाजल छिड़क लें. खुद भी स्नान कर देवी देवताओं को स्नान कराएं. मंदिर की साफ सफाई करें. इसके बाद खाद्य पदार्थों पर गंगाजल छिड़क कर उनको शुद्ध करें. ग्रहण के प्रभाव सभी तरह के ग्रहण यानि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण पर लागू होते हैं.
क्यों होता चंद्र ग्रहण
ग्रहण एक खगोलीय घटना मानी जाती है. चंद्र ग्रहण पूर्ण तौर से तब माना जाता है जब सूर्य, पृथ्वी और चांद एक सीध में आ जाते हैं. जब पृथ्वी, सूर्य और चांद के बीच आ जाती है तब चंद्र ग्रहण बनता है. पूर्ण चंद्र ग्रहण के समय सूर्य की रोशनी चांद तक नहीं पहुंच पाती और चांद अंधकार में चला जाता है.
दो चंद्र गहण का प्रभाव
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 15 दिनों में दो ग्रहण का दुनिया पर असर पड़ना तय है. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं. मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है. गणना के मुताबिक देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है. व्यापार वालों के लिए चिंता बढ़ सकती है. तेज हवा, आंधी, भूकंप या लैंडस्लाइड होने की आशंका बन रही है. इसके अलावा देश में तनाव और डर का माहौल बन सकता है. आतंकी घटनाएं बढ़ सकती हैं. औद्योगिक विकास कार्यों में गिरावट आ सकती है. व्यापारिक वर्ग में चिंता रहेगी.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.