Weekly Vrat Festivals List: इस सप्ताह विवाह पंचमी और चंपा षष्ठी समेत कई व्रत त्योहार हैं जिनका हिंदू धर्म में बहुत महत्व बताया गया है. आइये जानते हैं 2 दिसंबर से 8 दिसंबर के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहारों का महत्व, पूजा विधि और शुभ पूजा मुहूर्त.
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Weekly Vrat Festivals List: पूरा मार्गशीर्ष माह हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है. इस महीने पवित्र स्नान और दान पुण्य का बहुत महत्व होता है. 2 दिसंबर को विवाह पंचमी है जो भगवान राम और सीता के विवाह के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. इसके अलावा इस सप्ताह भगवान कार्तिकेय के सम्मान में मनाया जाने वाला पर्व चंपा षष्ठी भी है. आइये आपको विस्तार से बताते है इस सप्ताह पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की तारीख, महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त.
2 से 8 दिसंबर 2024 के व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट
(Vrat-Festival List from 2 to 8 December 2024)
6 दिसंबर 2024: विवाह पंचमी (Vivah Panchami 2024)
विवाह पंचमी का दिन भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह पर्व प्रेम, निष्ठा और पारिवारिक मूल्यों का प्रतीक है. इस दिन भक्त भगवान श्रीराम और माता सीता की पूजा करते हैं. सुबह स्नान कर भगवान की मूर्ति के सामने दीप जलाया जाता है. उनके विवाह का प्रतीकात्मक उत्सव मनाने के लिए फूलों और रंगोली से मंदिर सजाए जाते हैं. रामचरितमानस का पाठ विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है. विवाह पंचमी पर पूजा का समय शुभ ब्रह्म मुहूर्त या प्रातःकाल का समय होता है.
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7 दिसंबर 2024: चंपा षष्ठी (Champa Shashthi 2024)
चंपा षष्ठी भगवान कार्तिकेय (मुरुगन) के सम्मान में मनाई जाती है. यह दिन भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा और साहस प्रदान करता है. इस दिन उपवास रखकर भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है. उन्हें लाल फूल, धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित किया जाता है. भक्त विशेष मंत्रों का जाप करते हैं. इस दिन विशेष रूप से भगवान कार्तिकेय के भजनों का गायन किया जाता है. पूजा का समय प्रातःकाल या सायं समय उपयुक्त माना जाता है.
8 दिसंबर 2024: भानु सप्तमी (Bhanu Saptmi 2024)
भानु सप्तमी भगवान सूर्य को समर्पित है। यह दिन स्वास्थ्य, समृद्धि और ऊर्जा का प्रतीक है. प्रातःकाल सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और सूर्य देव को अर्घ्य दें. लाल फूल, गुड़, और जल चढ़ाकर सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करें. इस दिन सूर्य मंत्र का जाप विशेष फलदायी होता है. पूजा के लिए सूर्योदय का समय सबसे शुभ होता है.
Disclaimer: दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता.
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