Holi 2023 Date, Time and Shubh muhurat and celebration in Rajasthan : राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर सचिन पायलट, वसुंधरा राजे समेत सभी नेताओं ने परिवार के साथ होलिका दहन में भाग लिया. आज जयपुर से लेकर जोधफुर और कोटा उदयपुर से लेकर बीकानेर अजमेर और अलवर तक रंगों की होली खेली जा रही है.
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Holi 2023 Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi and Samagri List : दिल्ली से लेकर राजस्थान और उत्तर प्रदेश से लेकर मध्यप्रदेश और बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में कई जगह कल शाम को होलिका दहन किया गया. कई जगह आज किया जाएगा. जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम आवास पर विधिवत होलिका पूजा पाठ के बाद दहन किया. तो वहीं सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया और गोविंद सिंह डोटासरा समेत तमाम नेताओं ने अपने परिवार और समर्थकों के साथ होलिका दहन किया. आज जयपुर से लेकर जोधपुर और कोटा, उदयपुर, भरतपुर, बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर समेत पूरे प्रदेश में रंगों की होली खेली जा रही है. यहां देखें हर तस्वीर.
भद्रा रहित, प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा तिथि होलिका दहन के लिए उत्तम मानी जाती है. अगर ऐसा योग नहीं हो तो भद्रा समाप्त होने पर होलिका दहन करें. भद्रा मध्य रात तक हो तो भद्रा पूंछ के दौरान होलिका दहन का विधान है. होलिका दहन के दिन व्यक्ति को पवित्र मन से होलिका की पूजा करनी चाहिए. बिना मांस मदीरा का सेवन करें व्यक्ति को होलिका दहन करना चाहिए.
1. अच्छे स्वास्थ्य के लिए काले तिल के दानें
2. बीमारी से मुक्ति के लिए हरी इलायची और कपूर
3. धन लाभ के लिए चंदन की लकड़ी
4. रोजगार के लिए पीली सरसों
5. विवाह और वैवाहिक समस्याओं के लिए हवन सामग्री
6. नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति पाने के लिए काली सरसों
चंद्रमा पूजा मुहूर्त- शाम 06:19 (7 मार्च 2023)
होलिका दहन मुहूर्त - शाम 06:31 - रात 08.58 (7 मार्च 2023)
लक्ष्मी पूजा (निशिता काल मुहूर्त) - प्रात: 12:13 - प्रात: 01:02 (8 मार्च - लक्ष्मी पूजन के लिए मध्यरात्रि का समय उत्तम माना जाता है)
Pushkar Holi Festival 2023 -
पुष्कर की होली को वैश्विक स्तर का दर्जा दिलाने के लिए राजस्थान पर्यटन विकास निगम अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव का आयोजन कर रहा है. इस महोत्सव में ऊंट के करतब शो का आयोजन किया गया. ऊंटों की परेड में 32 ऊंट गाडि़यों ने भाग लिया.
ये लोग भूलकर भी न देखें होलिका दहन
होलिका दहन नवविवाहिता और गर्भवती महिला को नहीं देखना चाहिए. इससे उनके दांपत्य जीवन और गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर पड़ता है. धार्मिक मान्यता है कि जिन दंपत्ति का केवल एक ही संतान (पुत्र) हो उन्हें होलिका दहन की अग्नि प्रज्वलित नहीं करना चाहिए. इसे शुभ नहीं माना जाता.
हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन का पौराणिक और धार्मीक महत्व दोनों ही है. क्योंकि होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाती है। इसके साथ ही इस दिन होलिका दहन की विधिवत पूजा करते हैं और अच्छे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं. इतना ही नहीं इसके साथ ही बसंत ऋतु का स्वागत करते हुए अग्नि देवता को धन्यवाद देते हैं.
दैत्य राजा हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रह्लाद को भगवान श्री विष्णु की भक्ति करने से मना करता था. लेकिन प्रह्लाद ने पिता की एक न सुनी. आखिरकार हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को कष्ट देना शुरू कर दिया और बहन होलिका से गुहार लगाई कि वह प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ जाए. क्योंकि होलिका को शिवजी से वरदान प्राप्त था कि, वह आग से जल नहीं सकती. होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई. लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका अग्नि में जल गई. इसलिए हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन अग्नि जलाकर होलिका दहन किया जाता है.
देश के विभिन्न हिस्सों में होली को डोल पूर्णिमा, रंगवाली होली, धुलंडी, धुलेटी, मंजल कुली, याओसंग, जजिरी, उकुली, शिगमो, फगवा आदि जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है.
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी के निर्देशों के बाद विभाग ने जयपुर शहर में धूलण्डी के दिन दोपहर में विशेष जलापूर्ति करने की तैयारी कर ली है. दोपहर 1 से 2 बजे तक 1 घंटे के लिए जयपुर में अतिरिक्त पानी की सप्लाई होगी.जयपुर शहर में जलापूर्ति व्यवस्था देख रहे जलदाय विभाग के अभियंताओं ने बताया कि धूलण्डी के दिन दोपहर में एक घंटे विशेष जलापूर्ति की व्यवस्था कर ली है. इसके कारण नियमित आपूर्ति में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा.
होलिका दहन 2023 में वर्जित कार्य
1. विवाह करना
2. वाहन खरीदना
3. घर खरीदना
4. भूमि पूजन
5. गृहप्रवेश
6. 16 संस्कार
7. यज्ञ, हवन या होम
8. नया व्यापार शुरु करना
9. नए वस्त्र या कोई वस्तु खरीदना
10. यात्रा करना
पुष्कर होली फेस्टिवल में हेलिकॉप्टर राइड शुरू की गई है. 5 मिनट की राइड के दौरान पुष्कर होली महोत्सव और कस्बे के विभिन्न इलाकों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से दिखाया जाएगा. इसके लिए प्रति व्यक्ति यात्री के लिए 6 हजार रुपए का शुल्क रखा गया है.
1. नौकरी में सफलता
नौकरी पाने के लिए होलिका दहन के दिन पूजा के दौरान नारियल को अग्नि में डाल दें. इसके बाद सात बार होलिका की परिक्रमा करें.
2. आर्थिक स्थिति को सुधारना
आर्थिक स्थिति और घर में सुख शांति लाना चाहते हैं तो होलिका दहन की पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में मेवा और मिठाई का भोग लगाएं.
3. मनोकामना पूरी करने के लिए
होलिका दहन की पूजा के दौरान अग्नि में पान के पत्ते और सुपारी को नारियल के साथ अर्पित करें. ऐसा करने से आपको अच्छे परिणाम हासिल हो सकते हैं.
4. भय से बचने के लिए
अगर आपके मन में भी बुरे ख्याल आते हैं, अज्ञात भय का सामना करना पड़ता है तो होलिका दहन की पूजा के दौरान एक सूखा नारियल, काला तिल और सरसों को लेकर अपने सिर पर 7 बार वार लें और इसे अग्नि में डाल दें.
5. घर में खुशियां लाने के लिए
अगर आपके घर में लंबे समय से बुरा वक्त चल रहा है और आप इससे छुटकारा चाहते हैं तो होली की राख को घर लाकर उसमें राई और साबुत नमक डालें और घर में सबसे शुद्ध स्थान पर रख दें. इससे घर की नकारात्मकता दूर होगी.
इस बार फाल्गुन पूर्णिमा पर धृति योग बन रहा है जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है. शास्त्रों में इस योग के बनने पर शुभ कार्य खासतौर पर निर्माण कार्य करना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस योग में निर्माण करने से जीवन में सफलता और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. धृति योग 06 मार्च की रात को 08 बजकर 53 मिनट से शुरू हो गया है जो 07 मार्च की रात को 9 बजकर 13 मिनट तक रहेगा.
होलिका के लिए मंत्र- ॐ होलिकायै नम:
परमभक्त प्रह्लाद के लिए मंत्र- ॐ प्रह्लादाय नम:
भगवान नरसिंह के लिए मंत्र- ॐ नृसिंहाय न
होलिका दहन में कुछ चीजें अर्पित कर रहे हैं, तो इस मंत्र को बोलना शुभ माना जाता है.
इसके पूजा के लिए जल, अक्षत, रोली, गंध, पुष्प, गुड़, खिल, बताशे, नारियल और गुलाल का प्रयोग करें, साथ ही कच्चे सूत को होलिका के चारों ओर तीन से चार बार लपेट दें, होलिका को अग्नि अर्पित करें के बाद उनकी परिक्रमा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामना पूर्ण होती है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपने पैतृक आवास कैथूनीपोल में लोगों के बीच होली खेलने पहुंचे. सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद रहे और स्पीकर ओम बिरला के साथ खेली होली, ओम बिरला ने सभी को होली शुभकामनाएं दी.
होलिका दहन करते समय पूजा सामग्री के तौर पर हमें कच्चा सूती धागा, नारियल, गुलाल पाउडर, रोली, अक्षत, धूप, फूल, गाय के गोबर से बनी माला, बताशे, नया अनाज, मूंग की साबुत दाल, हल्दी का टुकड़ा और एक कटोरी पानी पूजा थाली में तैयार करके रखना चाहिए.
Sachin Tendulkar
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने आज मनया होली का त्यौहार, अपने फैन्स के साथ ट्विटर पर तसवीर सांझा करते हुए सबको दी होली की शुभकामनायें.
अंतर्राष्ट्रीय होली महोत्सव 2023 पुष्कर में आज होली खेल जा रही है, पुष्कर में परंपरागत होली मेला स्टेडियम से सटे रेतीले धोरों में हो रही है. इसमें डीजे डांस पार्टी भी शामिल है.
जोधपुर में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी ने प्रेस मित्रों के साथ मिलकर होली का जश्न मनाया.
यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. इस वर्ष फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी सोमवार 06 मार्च 2023 को सायं 04:18 बजे प्रारंभ होगी जो कि अगले दिन मंगलवार को सायं 06:10 बजे तक अनुष्ठान किये जा सकते हैं.
Pushkar holi 2023
पुष्कर की कपडा फाड़ होली दुनिया भर में लोकप्रिय है, इसी के चलते यंगस्ट्रेस में काफी क्रेज दिखाई दे रहा है, दुनिया भर से लोग पुष्कर में कपडा फाड़ होली मनाने आए हैं.
Holi 2023 : जैसलमेर के ग्रामीण इलाकों में होली का जश्न देखने को मिल रहा है. युवाओं में इसको लेकर खासा उत्साह है. जैसलमेर के बारहठ का गांव में युवाओं ने मिलकर रंग और गुलाल की होली खेली.
VASUNDHARA RAJE HOLI
वसुंधरा राजे ने होली के दिन गोविंद देव जी के मंदिर में जाकर मनया त्यौहार, मंदिर में चल रहे फाग महोत्सव में भी लिए भाग, साथ ही वहां मौजुद भक्तों पर उडाया अबीर गुलाल.
जयपुर में होली की रात भी सचिन पायलट के आवास पर वीरांगनाओं का धरना जारी रहा. भरतपुर के सपूत और पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान की पत्नी के समेत तीन महिलाएं धरने पर रात में भी डटी रही. इससे पहले शहीद स्मारक पर लंबा धरना चला. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने की कोशिश भी की. किरोड़ीलाल मीणा के साथ इन महिलाओं ने राज्यपाल कलराज मिश्र से भी मुलाकात की थी.
BSF के जवानों ने मंगलवार को होली खेली, जैसलमेर से लगती भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात BSF जवानों ने जमकर डांस किया और एक-दूसरे को गुलाल लगाया.
शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला जी ने बीकानेर निवास में मनाया होली का त्यौहार, लेकिन इस बार बी.डी.कल्ला जी टीका होली मनाते हुए नजर आए, उनहोंने प्रदेश वासियो को होली की शुभकामनायें दी, उनहोंने कहा कि हमारे त्यौहारों प्रकृति से जुड़े हुए हैं, अनहोंने कहा की इस साल की होली लोगो के लिए अलग उमंग से भरी है, क्यूंकी गहलोत सरकार का बजट में बढ़त और बचत दोनों है, आम जान ने जो मंगा है CM ने सबको खुश किया है.
राजस्थान के जयपुर में होली का पर्व मनाने के लिए अलग अलग देशों से पर्यटकों की भारी भीड़ आई हुई है, पर्यटक विभाग की ओर से जयपुर में आयोजित होली का प्रोग्राम सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बीजे तक रखा गया है, इस प्रोग्राम में प्रदेश वासी ओर विदेशी जन दोनों मिल कर उत्साह से होली मनाते नाराज आ रहे हैं.
सचिन पायलट ने जयपुर में न्यू सांगानेर रोड, मानसरोवर में होली स्नेह मिलन समारोह में भाग लिया. मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनावी साल में चुनावी रंग जो चल रहे है. उसमें हम सत्ता बदलने की रवायत को तोड़ेंगे. जो पार्टी मजबूती से निर्णय लेती है उसे जनता पसंद भी करती है. हम मिलकर काम करेंगे और परिणाम भी मिलेंगे.
राजस्थान में जोधपुर से लेकर बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर जैसे पश्चिमी इलाकों की बात हो या राजधानी जयपुर हो. भरतपुर से लेकर कोटा और अजमेर उदयपुर से लेकर अलवर तक. सभी शहर होली के रंगों में रंगें हुए है.
Holi News Jaipur : अशोक गहलोत सरकार में जलदाय मंत्री महेश जोशी ने अपने परिवार के लोगों और विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ होली मनाई. यहां हवामहल विधानसभा क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में जुटे. महेश जोशी ने कहा कि आने वाला समय जयपुर और राजस्थान के लिए खुशहाली लेकर आए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में जो लाभ दिए है वो जनता तक पहुंचाने का आज संकल्प लें. होली के त्योहार पर प्यार और भाईचारे की बात करें. हम चाहते है कि पूरा जयपुर और पूरा राजस्थान प्यार महोब्बत का बाजार बने.
जयपुर के हजारों लोग आज शहर के ईष्ट देव गोविंद देवजी के मंदिर में जुटे. यहां सैकड़ों लोगों ने रंगों के गुलाल से होली खेली. करीब साढ़े 12 बजे तक यहां होली खेली जाएगी. उसके बाद में सभी लोग मंदिर से लौटकर अपने घरों की ओर जाएंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने अपने परिवार के साथ होली मनाई. लोकेश शर्मा ने इससे जुड़ा ट्वीट किया. ट्वीट पर चार फोटो शेयर की. जिसमें एक फोटो में वो बच्चों के साथ है तो दूसरे फोटो में वो अपने कुछ साथियों के साथ नजर आ रहे है.
कई राज्यों में 6 मार्च मतलब आज होली मनाई जा रही है. तो कई राज्यों में कल 7 मार्च को होली मनाई जाएगी. राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में 6 और 7 मार्च की रात को होलिका दहन होगा. तो वहीं हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा झारखंड के रांची जैसे कई ऐसे इलाके है जहां दोनों दिन होलिका दहन होगा. इसके अलावा गुजरात, हिमाचल, दिल्ली और बिहार के पटना में 7 मार्च की शाम होलिका दहन होगा. जहां 7 मार्च को होलिका दहन होगा वहां रंग वाली होली 8 मार्च को खेली जाएगी
होली पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा दो दिन पड़ रही है. 6 मार्च और 7 मार्च को. यही वजह है कि इस बार देश के अलग अलग हिस्सों में होलिका दहन दोनों दिन किया जा रहा है. 6 मार्च को जो लोग होलिका दहन कर रहे है उनके लिए पूजा का शुभ समय शाम 6 बजकर 26 मिनट से 6 बजकर 38 मिनट तक है. जो लोग कल यानि 7 मार्च को होलिका दहन करेंगे उनके लिए शुभ समय शाम 6 बजकर 24 मिनट से लेकर 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगा.
होलिका दहन का समय अलग-अलग शहरों के हिसाब से देखें तो दिल्ली में शुभ मुहूर्त 7 मार्च की शाम 6 बजकर 24 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट तक है. इसके अलावा मुंबई में शाम 06:46 बजे से 09:11 बजे तक है. चैन्नई में 06:18 बजे से 08:43 बजे तक शुभ मुहूर्त है. इसके अलावा जयपुर में 06:31 बजे से 08.58 बजे और लखनऊ में 06:10 बजे से 08:37 बज तक का समय है.
होलिका दहन पर जरूरी बातें
आप जब भी होलिका दहन करें तो सिर ढ़क लें. महिलाएं और लड़कियां अपने सिर के बाल बांधकर रखें. दहन के समय अपने कपड़ों की सफाई रखें. होलिका दहन में काले या सफेद वस्त्र पहनने से ऐतराज रखें. दूसरे रंगों के कपड़े पहनें
राजस्थान में मौसम विभाग के अनुसार होली से पहले बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. 6 मार्च की दोपहर के बाद कोटा और उदयपुर संभाग में मौसम बदलेगा. कोटा बूंदी बारां और झालावाड़ के अलावा बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ जिलों में मध्यम से तेज हवाएं चल सकती है. कुछ कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है.
राजस्थान में होलिका दहन का पूरी तरह से शुभ मुहूर्त देखा जाए तो सिर्फ 12 मिनट का समय ही है. यहां 6 बजकर 26 मिनट से लेकर 6 बजकर 38 मिनट के बीच ही होगा. शाम के समय पूर्णिमा के साथ साथ इस समय गोधूली वेला भी है. गुलाबी नगरी जयपुर के सभी मंदिर होली के रंगों में रंग गए है. मोती डूंगरी गणेश मंदिर और गोविंद देवजी मंदिर से लोग ठाकुरजी के साथ होली खेल रहे है.
होली का त्योहार फाल्गुन पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस बार पूर्णिमा 6 मार्च को 4:17 PM बजे से 7 मार्च को 06:09 बजे रहेगा. ऐसे में कई जगह 6 मार्च को होलिका दहन हो रहा है तो कई जगह 7 मार्च को होगा. उसके अगले दिन रंगों की होली खेली जाएगी.
होलिका दहन के नियम और पूजा विधि की बातों के बीच कुछ गलतियों पर विशेष ध्यान दें. ये गलतियां भारी पड़ सकती है. जब होलिका का दहन होता है. तो उसमें सूखी लकड़ियां जलाई जाती है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि गलती से भी आम, पीपल या वट की लकड़ी न जलाएं. फाल्गुन के महीने का यही वो वक्त होता है जब इन पेड़ों पर नई कोपलें निकलती है. ऐसे में इन पेड़ों की लकड़ियों को जलाना पाप माना जाता है.
राजस्थान में होली के दिन झुंझुनूं और बांसवाड़ा के अलावा बाड़मेर जिलों में धारा-144 लगाई गई है. इसको लेकर बीजेपी ने अशोक गहलोत सरकार पर सवाल भी उठाए है. राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा में भी ये मुद्दा उठाया था. हालांकि सरकार की ओर से ये भी तर्क दिया गया. कि त्योहारों पर धारा-144 लगाना पहली बार नहीं है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर के स्तर पर इस तरह के फैसले लिए जाते है.
होलिका दहन के समय को लेकर पूरे देश में अलग अलग मत है. कई इलाकों में 6 मार्च को होलिका दहन हो रहा है. तो कहीं 7 मार्च को. राजस्थान में होलिका दहन का शुभ मुहुर्त आज शाम यानि 6 मार्च की शाम 6 बजकर 26 मिनट से लेकर 6 बजकर 28 मिनट तक है.
होली का त्योहार क्यों मनाया जाता है. इसके पीछे क्या मान्यता है. इसको लेकर कई तरह की कहानियां चलती है. कुछ मान्यताओं के अनुसार यही वो दिन है जब धरती पर पहले इंसान का जन्म हुआ था. तो कुछ लोग इसे हिरण्यकश्यप और भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद से जोड़कर भी देखते है. इसी दिन दुष्ट हिरण्यकश्यप का भगवान ने नरसिंह अवतार लेकर वध किया था. कुछ लोगों में ये भी मान्यता है कि इसी दिन कामदेव का पुनर्जन्म हुआ था. वैसे भगवान विष्णु कहें या कृष्ण. कृष्ण भगवान से होली को विशेष तौर से जोड़ा जाता है. यही वजह है कि उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर में अलग ही रौनक होती है. यहां की होली पूरे देश में प्रसिद्ध है.
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