छबड़ा दंगे के आरोप का सीएम हाउस पहुंचने का मामला फिर गूंजा, धारीवाल बोले- सीएमओ से निमंत्रण जारी हुआ तो बताएं
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छबड़ा दंगे के आरोप का सीएम हाउस पहुंचने का मामला फिर गूंजा, धारीवाल बोले- सीएमओ से निमंत्रण जारी हुआ तो बताएं

कोटा के छबड़ा में हुए दंगे के आरोपी के सीएम हाउस पहुंचने का मामला आज फिर विधानसभा में गूंजा. विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने छबड़ा में हुई आगजनी और साम्प्रदायिक दंगों की गिरफ्तारी नहीं होने के सम्बंध में सवाल पूछा. पूरक सवाल में दंगे के आरोपी के सीएम की रोजा इफ्तार कैसे पहुंच गया ?

छबड़ा दंगे के आरोप का सीएम हाउस पहुंचने का मामला फिर गूंजा, धारीवाल बोले- सीएमओ से निमंत्रण जारी हुआ तो बताएं

Kota News : कोटा के छबड़ा में हुए दंगे के आरोपी के सीएम हाउस पहुंचने का मामला आज फिर विधानसभा में गूंजा. विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने छबड़ा में हुई आगजनी और साम्प्रदायिक दंगों की गिरफ्तारी नहीं होने के सम्बंध में सवाल पूछा. पूरक सवाल में दंगे के आरोपी के सीएम की रोजा इफ्तार कैसे पहुंच गया ? इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?. हालांकि मंत्री शांति धारीवाल ने यह कहकर मामले को शांत करने का प्रयास किया कि CMO से निमंत्रण पत्र जारी नहीं किए जाते, ऐसे में कैसे बताएं कि किसके साथ कौन आया पार्टी में.

छबड़ा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने सवाल लगाया था कि छबड़ा में हुए साम्प्रदायिक दंगे में नामजद आरोपियों को दो साल बाद भी गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब दिया कि 11 अप्रेल 2021 को धरने के दौरान लूटपाट और आगजनी हुई. यह बड़ा प्रकरण है घटना में 24 प्रकरण दर्ज किए गए, इनमें 22 मामले नागरिकों तथा दो थानाधिकारियों ने दर्ज कराए. शुरुआती तफ्तीश में 152 आरोपियों के नाम दर्ज किए गए. इसके बाद अनुसंधान के दौरान 137 के नाम और जोड़ दिए. कुल 289 आरोपियों में से अनुसंधान में 85 को दोषी नहीं माना गया.

204 व्यक्तियों को दोषी पाया गया, जिसमें से 116 को गिरफ्तार कर लिया. वहीं 65 आरोपी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर हैं. अब कुल मिलकार 23 आदमी रह गए, आपने पूछा कि 23 क्यों गिरफ्तार नहीं किए गए, गिरफ्तारी में टाइम तो लगता है. इस पर सिंघवी ने कहा, छबड़ा में खुले आम घूम रहे आरोपियों को पकड़ने में दो साल लगते हैं क्या ? छबड़े दंगे के आरोपी मुख्यमंत्री की रोजा इफ्तार पार्टी में कैसे पहुंच गए, बिना कलेक्टर की अनुमति के इफ्तार पार्टी में कोई आ नहीं सकता. कलेक्टर से नाम जारी होते हैं, इसमें कौन जिम्मेदार है ? दंगे के आरोपी जिनकी उस वक्त जमानत भी नहीं हुई थी उसमें कैसे पहुंच गए. विपक्षी सदस्यों ने शेम शेम के नारे लगाए.

इस पर मंत्री धारीवाल ने कहा, सीएम की रोजा इफ्तार पार्टी में हर साल कई लोगों को आमंत्रित किया जाता है. कई बार नहीं हमेशा देखा गया है कि एक हजार को आमंत्रित किया और दो हजार पहुंच जाते हैं. उसका इन्विटेशन सीएमओ के यहां से जारी हो गया हो तो बता दो मुझे, अब वो किसी के साथ आकर चला गया तो कौन पहचाने कि वो कौन है. सिंघवी ने फिर सवाल किया तो स्पीकर सीपी जोशी ने बीच बचाव करते हुए कहा कि आपके पास सीएमओ जारी निमंत्रण पत्र है तो पेश करें कार्रवाई की जाएगी. इस बीच सिंघवी के समर्थन में मदन दिलावर व अन्य सदस्य भी खड़े हो गए. स्पीकर जोशी ने मदन दिलावर को बैठने के लिए कहा, आपका यही तरीका है तो हाउस को बंद कर दें. जोशी ने दिलावीर को चेतावनी देते हुए कहा कि मदन दिलावर का इस तरह का व्यवहार शोभनीय नहीं है.

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