क्या राजस्थान को 'मैन्युफैक्चरिंग स्टेट' का दर्जा दिला पाएंगे ये, क्योंकि कभी देश की GDP में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1511995

क्या राजस्थान को 'मैन्युफैक्चरिंग स्टेट' का दर्जा दिला पाएंगे ये, क्योंकि कभी देश की GDP में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी

Rajasthan: यदि राजस्थान को 'मैन्युफैक्चरिंग स्टेट' का दर्जा मिलता है तो इससे न सिर्फ नए रोजगार सृजित होंगे बल्कि प्रदेश के विकास को गति मिलेगी. इसके लिए प्रवासी मारवाड़ियों की तरफ सरकार उम्मीद भरी नजरों से देख रही है, क्योंकि मारवाड़ी समाज देश का एक प्रमुख व्यापारिक समाज है.

 

फाइल फोटो,

Rajasthan News: राजस्थान के सभी जिलों में एमआईएफ द्वारा 'उद्योग मित्र'बनाए प्रवासी मारवाड़ी प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति प्रदान करेंगे. ये प्रवासी राजस्थानी, राजस्थान को 'मैन्युफैक्चरिंग स्टेट' का दर्जा दिलाने में बड़ी भूमिका अदा करेंगे. 

 उद्योग मित्र राज्य की औद्योगिक नीति, कर प्रणाली, वित्तीय प्रबंधन में निपुण उद्योग मित्रों के पास चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, कंपनी सेक्रेट्री, टैक्स कंसलटेंट, इंडस्ट्री कंसलटेंट आदि का अनुभव व डिग्रियां प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे.  21वीं शताब्दी से पहले देश की जीडीपी में मारवाड़ियों का 25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. संस्थापक महासचिव सीए विजय गर्ग ने कहा व्यापार को बढ़ावा मिलेगा.
 
जानें कौन हैं मारवाड़ी 
मारवाड़ी भारत का एक प्रमुख व्यापारिक समुदाय है, जो राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र से निकला है. देश के व्यापार जगत में मारवाड़ियों का हमेशा से दबदबा रहा है. इनकी भाषा को मारवाड़ी भी कहा जाता है, ये राजस्थान की क्षेत्रीय बोली है. जो राजस्थानी भाषा का अंग है, साथ ही गुजराती भाषा से मारवाड़ी मेल खाती है.

मारवाड़ी राजपूत साम्राज्यों के काल से ही मारवाड़ रियासत के लोग अंतर्देशीय व्यापारियों के रूप में और बाद में औद्योगिक उत्पादन और अन्य क्षेत्रों में निवेशकों के रूप में एक बेहद सफल व्यापारिक समुदाय रहा है. आज, वे देश के कई बड़े समूहों को नियंत्रित करते हैं. हालांकि आज ये समुदाय पूरे भारत और नेपाल में फैल गया.

ये भी पढ़ें- President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को जयपुर में संविधान पार्क का करेंगी उद्घाटन

 

 

Trending news