Jaipur : गांधी नगर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल के पुराने 40 क्वार्टर्स को ध्वस्त कर 44 करोड की लागत से अब 32 बहुमंजिला आवासों का निर्माण होगा. सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजनलाल जाटव और प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने आज गांधीनगर जयपुर में प्रथम श्रेणी के 32 बहुमंजिला आवासों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया.
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Jaipur News : गांधी नगर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल के पुराने 40 क्वार्टर्स को ध्वस्त कर 44 करोड की लागत से अब 32 बहुमंजिला आवासों का निर्माण होगा. सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजनलाल जाटव और प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने आज गांधीनगर जयपुर में प्रथम श्रेणी के 32 बहुमंजिला आवासों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया. इस आठ मंजिला में (बेसमेंट ग्राउंड 8) आवास परिसर का क्षेत्रफल 7 हजार वर्गमीटर होगा. जिसके बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा होगी और भूतल पर क्लब हाउस, जिम, इनडोर प्ले एरिया, लाइब्रेरी, बैंक्वेट हॉल, किड्स प्ले जोन, शिशगृह, स्वागत कक्ष, वेटिंग रूम होंगे.
3500 स्क्वायर फुट के 4 फ्लेट प्रस्तावित
परिसर के प्रथम तल से आठवीं मंजिल तक प्रत्येक तल पर 3500 स्क्वायर फुट के 4 फ्लेट प्रस्तावित है. यह फ्लेट शयनकक्ष, ड्राइंग रूम, कार्यालय कक्ष औरवं गेस्ट रूम जैसी सुविधाओं से युक्त होंगे. .साथ ही कॉमन एरिया में बैंक्वेट हॉल, लाईब्रेरी, जिम, इनडोर खेल क्षेत्र, किड्स प्ले जोन, शिशुग्रह, टेनिस कोर्ट आदि सुविधाएं रहेगी.
लगाई जाएंगी 4 लिफ्ट- जाटव
सुगम आवाजाही के लिए 4 लिफ्ट लगाई जाएंगी. जाटव ने बताया भवन का निर्माण आरसीसी संरचना से किया जाएगा. जिसमें भूकंपरोधी प्रावधानों को सम्मिलित किया गया है. परिसर में पर्याप्त संख्या में पेड़ लगाए जाएंगे जिसका रखरखाव सीवेज परिशोधन यंत्र के परिशोधित जल से किया जाएगा. साथ ही वर्षा के जल को एकत्र करने का प्रावधान भी किया गया है. भवन को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए छत पर सोलर पैनल लगवाए जायेगे. इसका निर्माण 18 माह में कराया जाना प्रस्तावित है.
सीएम गहलोत ने दिया पर्याप्त बजट
जाटव ने कहा की मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश में विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए पर्याप्त बजट दिया है इसी का परिणाम है कि आज गांव - गांव तक बेहतरीन सड़कें बनी है. विभाग आधुनिक भवनों का निर्माण कर रहा है जिसमे वास्तु, ग्रीन बिल्डिंग आदि आवश्यक कार्य नियोजित तरीके से हो रहे है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप आज राज्य में बड़े स्तर पर निर्माण कार्य हो रहे है. इसलिए विभागीय अधिकारियों की यह अहम दायित्व बनता है की इनकी गुणवत्ता भी मानकों के अनुसार सुनिश्चित हों.
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