Jaipur News: राजधानी के आदर्श नगर के सूरज मैदान पर चल रही भव्य श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में अंतिम दिन फूलों की होली खेली गई. कथावाचक जया किशोरी ने किशोरी कुछ ऐसा हो जाए. काली कमली वाले मेरा यार रे जैस भजन गाए.
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Jaipur: राजधानी के आदर्श नगर के सूरज मैदान पर चल रही भव्य श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में अंतिम दिन फूलों की होली खेली गई. कथावाचक जया किशोरी ने किशोरी कुछ ऐसा हो जाए. काली कमली वाले मेरा यार रे. दीवानी मैं श्याम की. आज बिरज में होली रे रसिया. होलिया में उड़ रे गुलाल जैसे भाव गीतों पर फूलों की होली भी खेली गई.
जया किशोरी ने गाया 'किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए' और झूम उठे श्रद्धालु@iamjayakishorij #Jaipur https://t.co/bGgSW1FW1Z pic.twitter.com/0SidXbt4Gv
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) December 26, 2022
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इस दौरान श्रद्धालुओं ने इन फाग रचनाओं पर भाव विभोर होकर नाचकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया. जया किशोरी ने कहा कि व्यक्ति का जीवन संसार की भागदौड में फंसकर अषांत हो जाता है. उस समय अपनी समस्याओं का समाधान के निदान प्राप्त करने के लिए जगह-जगह दौड़ती है. लेकिन शांति की प्राप्ति नहीं हो पाती है. व्यक्ति के जीवन में यदि शांति प्राप्ति कहीं प्राप्त होती है तो वह भागवत कथा,जिसे श्रवण करने मात्र से ही व्यक्ति का जीवन सुखमय व भक्तिमय हो जाता है.
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राजा परीक्षित के जीवन में ऐसी अशांति आई थी कि उसके निदान का मार्ग कहीं मिलना मुष्किल था. अंततः श्रीशुकदेव भगवान का सानिध्य राजा परीक्षित को मिला और गंगा के तट पर राजा परीक्षित ने 7 दिनों तक कथा का श्रवण किया. जिसे सुनकर राजा परीक्षित की समस्याओं का निदान हो गया. उनको मृत्यु का जो भय था, वहीं भी पूर्णरूप से दूर हो गया. व्यक्ति के जीवन में एक नहीं अनेक समस्याएं बनी रहती है. जिसके समाधान के लिए व्यक्ति को कहीं जाने की जरूरत नहीं है.
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केवल भागवत की शरण में आने से ही सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है. इस मौके पर उन्होंने कृष्ण-सुदामा चरित्र पर बोलते हुए कहा कि जीवन में सच्चे मित्र बनाने चाहिए,संकट में काम आने वाला ही मित्र है. इस अवसर पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री महेश जोषी, विधायक राजकुमार शर्मा, मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने भी कथा का श्रमण किया. महोत्सव के अंतिम दिन श्रीकृष्ण अनन्य विवाह, श्रीकृष्ण सुदामा चरित्र सहित अन्य प्रसंगों पर वर्णन किया.
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