Hindoli News: नैनवां सहित उपखंड क्षेत्र के गांवों में यूरिया खाद की भारी किल्लत के चलते किसानों में भारी रोष है. दुकानों पर भीड़ अधिक हो जाने से किसानों खाद के बजाय धक्के खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, खाद नहीं मिलने पर किसान जनप्रतिनिधि, अधिकारियों को कोसते नजर आते हैं.
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Hindoli News, हिंडोली : बूंदी जिले के नैनवां सहित उपखंड क्षेत्र के गांवों में यूरिया खाद की भारी किल्लत के चलते किसानों में भारी रोष है. किसान घर के कामकाज छोड़कर खाद लेने के लिए डीलर की दुकान पर पहुंच जाते हैं. भूखे-प्यासे लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहते हैं.
नैनवां शहर सहित उपखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी किल्लत चल रही है. खाद को लेकर महिलाएं, युवतियां, बच्चे और किसान खाद की सूचना मिलने पर डीलर की दुकानों पर पहुंच जाते है. दुकानों पर भीड़ अधिक हो जाने से किसानों खाद के बजाय धक्के खाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, खाद नहीं मिलने पर किसान जनप्रतिनिधि, अधिकारियों को कोसते नजर आते हैं.
किसान खाद मिलने की सूचना मिलने पर दुकानों के सामने पहुंच जाते, लकिन खाद नहीं मिलने पर हंगामा करते हैं. दो दिन पहले भी डिलरो के पास आए 1512 यूरिया के कट्टों को लेने के लिए 2000 किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. किसानों को प्रति किसान दो- दो कट्टे के टोकन जारी किए गए, लेकिन भीड अधिक होने के कारण करीब 1244 किसानों को कतारों में खड़े होने के बाद भी मायूस होकर खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ा.
सुबह से हो जाती है भीड़
यूरिया लेने के लिए सुबह 5 बजे से ही किसानो का आना शुरू हो गया और सुबह 7 बजे तक डीलरों की दुकानों पर कतारें लगने के बजाय हंगामें की स्थिति पैदा हो जाती है. हंगामा होने पर पुलिस जाब्ता को बुलाकर किसानों से समझाई की जाती ही या फिर भगाया जाता है.
कृषि अधिकारी ने प्रशासन से पुलिस जाब्ता उपलब्ध कराने के आग्रह करते हैं. पुलिस जाब्ते ने मशक्कत कर किसानों और महिलाओं की अलग-अलग लाइने लगवानी पड़ती है. इसके बाद कृषि विभाग अपनी निगरानी में प्रति किसान दो-दो कटटे यूरिया के टोकन जारी करते हैं. इसके बाद भी किसानों को डीलर की दुकान पर पोस मशीन में फिडिंग करवाने के लिए भी लाइनों में खड़ा होना पड़ता ही है.
22हजार में हेक्टर में हुई बुवाई- सहायक निदेशक कृषि रमेश चन्द जैन ने बताया कि नैनवां क्षैत्र में अब तक 20हजार हेक्टर, 1हजार हेक्टर में गेहूं व 1 हजार हेक्टर में अन्य फसलो की कुल 22हजार हेक्टर की बुवाई हो चुकी है।
77 हजार के मुकाबले, 13 हजार 400 मैट्रिक टन आ चुका है यूरिया
बूंदी जिले में रबी की फसल के लिए जनवरी तक 77 हजार मैट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता के मुकाबले अक्टूबर तक 13 हजार 400 मैट्रिक टन यूरिया आ चुका है, जबकि 3100 मैट्रिक टन यूरिया पिछले माह का बचा हुआ है.
कल यूरिया खाद की आने की सूचना मिलने पर किसान पंचायत समिति कार्यालय पर पहुंच गए, लेकिन खाद नहीं मिलने पर किसानों में रोष हो गया. किसानों ने स्टेट हाइवे 34 पर जाम लगा दिया. जाम की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस किसानों से जाम हटाने को लेकर समझाइस कर रही, लेकिन किसान एसडीएम को मौके पर बुलाने, यूरिया खाद की आपूर्ति करवाने की मांग पर अड़ी हुई है.
कृषि विभाग खाद की आपूर्ति करवाने के बजाय किसानों से धैर्य रखने की अपील करते हुए आवश्यकतानुसार ही यूरिया लेने को कहा. अभी सरसों के लिए ही यूरिया लें. अनावश्यक स्टॉक नहीं करें. जरूरत के समय भी किसानों को यूरिया उपलब्ध होगा. कृषि विभाग ने कहा कि जितना यूरिया आ रहा है, उसको व्यवस्थित तरीके से बटवाने के प्रयास कर रहा है. इसमें पुलिस जाब्ते का भी सहयोग लिया जा रहा है.
Reporter- Sandeep Vyas