Kishangarh-Bas News: किशनगढ़बास अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण एक मृतक का घंटों तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका. परिजन रोते-बिलखते रहे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. भीड़ बढ़ने पर प्रशासन ने डॉक्टर को बुलाकर पोस्टमार्टम कराया. स्थानीय लोग स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर प्रशासन को घेर रहे हैं.
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Rajasthan News: अलवर जिले के खैरथल-तिजारा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक और मामला सामने आया है. किशनगढ़बास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की कमी के चलते एक मृतक युवक के परिजनों को घंटों तक पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करना पड़ा. परिजन रोते-बिलखते रहे, लेकिन अस्पताल में मौजूद सिर्फ एक डॉक्टर मरीजों की देखभाल में व्यस्त था, जिससे पोस्टमार्टम में देरी होती रही.
स्थिति तब बिगड़ गई जब परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ अस्पताल में जमा होने लगी. बढ़ते आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने रात की ड्यूटी पूरी कर घर जा चुके डॉक्टर को आनन-फानन में बुलाया, जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत के बाद मृतक का पोस्टमार्टम किया गया.
किशनगढ़बास का स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं. लेकिन डॉक्टरों की कम संख्या और कई डॉक्टरों की गैरहाजिरी के कारण मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हालात इतने गंभीर हैं कि प्रशासन को आज पोस्टमार्टम के लिए घासोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर सलमान को बुलाना पड़ा.
मृतक के परिजनों ने पोस्टमार्टम में देरी के लिए जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना है कि यदि अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या पर्याप्त होती, तो उन्हें इस तरह की तकलीफों का सामना नहीं करना पड़ता. स्वास्थ्य सेवाओं की इस बदहाल स्थिति पर अब स्थानीय लोग भी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और जल्द से जल्द समाधान की मांग कर रहे हैं.
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Reported By- कुलदीप मावर