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MP Politics: सीएम शिवराज सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में एलोपैथी के साथ आयुर्वेद के डॉक्टर भी बैठेंगे. एक ही जगह मरीजों को दोनों विधाओं के डॉक्टर का इलाज मिल सकेगा. आयुर्वेद पर रिसर्च जारी रहना चाहिए , शोध सेंटर बनना चाहिए. मैं जनता के लिए 18 घण्टे काम करता हूँ, उसका कारण योग,प्राणायाम है. इसलिए विधाओं को स्थापित करना चाहिये. इस दौरान सीएम एक बात पर खफा दिखाई दिए. I LOVE बुधनी जैसे बोर्ड शहरों में लगने पर सीएम नाराज हो गए.
I LOVE बुधनी जैसे बोर्ड लगने पर बिफरे
सीएम शिवराज ने पहले तो पंचकर्म वेलनेश सेंटर नाम पर एतराज जताया. उन्होंने कहा वेलनेस सेंटर ओर सुपर स्पेशलिटी सेंटर का नाम हिंदी में रखो. बोर्ड हिंदी में लगना चाहिए. अंग्रेज चले गए पर अंग्रेजी लाद कर चले गए. इसी के साथ एमपी में अब I LOVE और शहर के नाम अंग्रेजी में लिखे वाले बोर्ड भी जल्द हटेंगे. I LOVE बुधनी जैसे बोर्ड शहरों में लगने पर सीएम ने तंज कसते हुए कहा हिंदी में बोर्ड लगना चाहिए. अंग्रेजी प्रतिभा को मार रही है. ऐसी जगहों पर हिंदी का इस्तेमाल होना चाहिए.
आयुर्वेद का डंका पूरे विश्व में
सीएम शिवराज ने संबोधन के दौरान आयुर्वेद पर जोर देते हुए कहा कोविड के बाद आयुर्वेद का डंका पूरे विश्व में बज रहा है. कोविड में आयुर्वेद और योग ही विश्व को एक मात्र रास्ता नजर आया. एलोपैथी को कड़वी रहती है पर आयुर्वेद में ऐसा नहीं है.मैं किसी विधा का विरोधी नहीं हूं पर आयुर्वेद सम्पूर्ण विधा है. एलोपैथी में अलग-अलग अंगों के लिए अलग-अलग डॉक्टर. जबकि आयुर्वेद सम्पूर्ण विधा. आयुर्वेद मूल कारण का निदान है. सीएम ने कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद दोबारा सीएम बनने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा मैं कोविड के बाद सीएम बना 23 को और 24 को लॉक डाउन लग गया. कुछ समझ नहीं आया तो काढ़ा दो करोड़ लोगों में बांटा. कल आयुर्वेद को पूरी दुनिया अपनाएगी. आज आयुर्वेद दवाओं की सप्लाई वन विभाग नहीं कर पा रहा है. इसमें हम मदद करेंगे.