BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया, MP विधानसभा चुनाव में कौन होगा CM फेस, जानिए
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BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया, MP विधानसभा चुनाव में कौन होगा CM फेस, जानिए

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash vijayvargiya) आज एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आगामी चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है.

BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया, MP विधानसभा चुनाव में कौन होगा CM फेस, जानिए

अजय दुबे/जबलपुर: भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash vijayvargiya) आज एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आगामी चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. कैलाश विजयवर्गीय ने साफ तौर पर कह दिया है कि मध्यप्रदेश का विधानसभा चुनाव  2023 (MP Election 2023) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. वहीं हिंदू राष्ट्र के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र की मांग करने की जरुरत नहीं है. देश हिन्दू राष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है.

दरअसल जबलपुर पहु्ंचे कैलाश विजयवर्गीय ने पद यात्रा को लेकर कहा कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की बुंदेलखंड पदयात्रा भाजपा के लिए काफी शुभ साबित होगी. अब कांग्रेस कितनी भी यात्रा कर लें, उससे चुनाव नतीजों में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने दिग्विजय सिंह तारीफ करते हुए कहा कि इस उम्र में उनका जज्बा कायम हैं, जो अच्छा है.

असतुंष्ट नेताओं से चर्चा 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कैलाश विजयवर्गीय ने बंद कमरे में शहर के उन नेताओं से भी मुलाकात की है, जो पार्टी से असंतुष्ट चल रहे हैं. विजयवर्गीय उभरते हुए कई युवा नेताओं से मिले. वहीं इंदौर में दिए लड़कियों के कपड़े को लेकर बयान देने से मना कर दिया है.  

51 प्रतिशत वोट लाना लक्ष्य
विजयवर्गीय ने कहा कि जेपी नड्डा जी और अमित शाह ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में कहा था कि हमारा लक्ष्य 51 फीसदी वोट हासिल करना है. हम इस तैयारी में लगे हुए है. बीजेपी माइक्रो लेवल पर पोलिंग बूथ मजबूत करने का काम कर रही है.

कांग्रेस मध्यप्रदेश में नहीं आएगी
कैलाश विजवर्गीय ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दावा किया है कि कांग्रेस प्रदेश में नहीं आएगी. क्योंकि कांग्रेस के प्रति लोगों को अब विश्वास नहीं है. हमारे लिए बहुत शुभ रहा कि 2018 में कांग्रस की सरकार 15 महीने के लिए एमपी में आई. इसमें लोगों ने कांग्रेस को परख लिया. कांग्रेस को सिलेक्ट करने के बाद रिजेक्ट कर लिया. कांग्रेस का भविष्य एमपी में नहीं है, चाहे दिग्विजय सिंह और कमलनाथ कितनी भी मेहनत कर लें.

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