नौकरी की उम्मीद में ले लिया एजुकेशन लोन, रह गए बेराजगार, अब बैंक ने घोषित कर दिया डिफॉल्टर
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2609335

नौकरी की उम्मीद में ले लिया एजुकेशन लोन, रह गए बेराजगार, अब बैंक ने घोषित कर दिया डिफॉल्टर

mp news: मध्य प्रदेश के 7 हजार स्टूडेंट्स को डिफॉल्टर घोषित किया गया है. ये बच्चे बैंक से लिया एजुकेशन लोन चुका नहीं पाए. दावा किया जा रहा है कि रोजगार न मिल पाना इसकी बड़ी वजह है.

 

7 thousand students declared defaulter in mp

Report On Education Loan: मध्य प्रदेश में एजुकेशन लोन को लेकर एक रिर्पोर्ट सामने आई है जिसके आंकड़े काफी चिंताजनक है. रिर्पोर्ट साल 2019-20 से 2023-24 की है. इस रिर्पोर्ट के मुताबिक एमपी के 7 हजार बच्चे डिफॉल्टर घोषित किए गए हैं, जिन्होंने अपनी उच्च शिक्षा को पूरा करने के लिए बैंक से लोन लिया था. डिफॉल्टर घोषित किए जाने की वजह बैंक के लोन के पूरे पैसे न लौटा पाना बताया जा रहा है. इसमें बेराजगारी सबसे बड़ा कारण है.

रोजगार न मिल पाना है बड़ी वजह 
स्टूडेंट्स अपने उच्च शिक्षा के सपने को पूरा करने के लिए लोन लेते हैं ताकी वे अपनी पढ़ाई पूरी कर काबिल बन सकें. सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के जरिए स्टूडेंट्स को उनके पढ़ाई के हिसाब से बैंकों से लोन भी मिल जाता है, जिसे तय समय के बाद ब्याज सहित बैंक को वापस करना होता है, लेकिन एमपी के स्टूडेंट्स का हाल खराब है. बताया जा रहा कि साल 2020- 2024 के बीच प्रदेश में 73,504 स्टूडेंट्स ने अपनी  उच्च शिक्षा के लिए बैंकों से लोन लिया था और अब हालात ऐसे है कि प्रदेश के 7 हजार बच्चें ब्याज सहित लोन चुकाने में असमर्थ है जिससे बैंक ने उन्हें डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. इसके पीछे की मुख्य वजह रोजगार न मिलना बताया जा रहा है.

शिक्षित बेरोजगारों की संख्या अधिक
मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों की संख्या अशिक्षित बेरोजगारों से अधिक है. साल 2024 के आंकड़े चौंका देने वाले हैं, आंकड़ो के हिसाब से 2024 में अशिक्षित बेरोजगारों का संख्या 52,017 थी. वहीं दूसरी ओर शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 25,30,742 दर्ज की गई. इन आंकड़ो पर लोगों का कहना है कि मार्केट में कम्पटीशन ज्यादा है और रोजगार कम है.

प्रदेश में इतने रोजगार 
पिछले वर्ष सरकार ने कुछ आंकडे़ पेश किए थे जिसमें बताया कि कई बच्चों को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है. रोजगार पोर्टल पर 20 नवंबर, 2024 तक प्रदेश में कुल 26,17, 945 बेरोजगार रजिस्टर्ड थे और बीते एक साल में 58,351 युवाएं अपने क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहें हैं. आपको बता दें कि पिछले पांच सालों में 395 स्टूडेंट्स ऐसे थे जिन्होंने एक करोड़ रुपये से अधिक का एजुकेशन लोन लिया था.

कब होता है स्टूडेंट डिफाल्टर घोषित
बैंक अधिकारी का कहना है कि जब एक स्टूडेंट बैंक से लोन लेने के बाद तय समय के बाद भी ब्याज सहित बैंक को पैसे वापस नहीं कर पाता तो एक समय  के बाद उसे डिफाल्टर  घोषित किया जाता है. स्टूडेंट अगर एक या दो साल बाद नौकरी लगने पर बैंक को ब्याज सहित पैसे वापस करता है तो उसे डिफाल्टर घोषित नहीं करते हैं. डिफाल्टर घोषित किया गया स्टूडेंट भी  अगर एक या दो साल बाद नौकरी लगने पर बैंक में सैटलमेंट कर लोन के पैसे लौटा देता है तो उसका नाम भी  डिफाल्टर लिस्ट में से हटा दिया जाता है.

 

Trending news