Delhi Voting: वोटिंग से चंद घंटे पहले दिल्ली की सडकों पर बहुत कुछ हो रहा था. इससे पहलेचुनावी प्रचार रुका लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वॉर शुरू हो गया. इस वीडियो युद्ध में क्या क्या आरोप लगे और इसका वोटिंग ट्रेंड पर क्या असर पड़ सकता है, आइए समझने की कोशिश करते हैं.
Trending Photos
Delhi Assembly Elections Voting Key Factors: दिल्ली में अभी से ठीक 7 घंटे बाद वोटिंग होनी है. इस बीच बीते सोमवार को ये चर्चा वायरल हुई कि वोटिंग से एक रात पहले दिल्ली की चुनावी हवा बदल गई है. तो क्या वाकई रातों-रात दिल्ली चुनाव का मुद्दा बदल गया? ये बात हम इसीलिए लिख रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में वोटिंग से ठीक पहले जो जो हुआ उसने बडे से बडे मुद्दों, भारी से भारी भरकम भाषणों समेत तमाम चीजों को एक तरफ कर दिया. यानी तमाम चर्चा के बीच सामने आए वो 3 फैक्टर जो दिल्ली की पूरी वोटिंग का पैटर्न फिक्स कर सकते हैं.
DELHI CHUNAV 2025: ये तीन बड़े निर्णायक फैक्टर हो सकते हैं.
1.हिंसा.
2.घुसपैठ.
3.मुसलमान.
वोटिंग से चंद घंटे पहले दिल्ली की सडकों पर बहुत कुछ हो रहा था. इससे पहलेचुनावी प्रचार रुका लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वॉर शुरू हो गया. इस वीडियो युद्ध में क्या क्या आरोप लगे और इसका वोटिंग ट्रेंड पर क्या असर पड़ सकता है, आइए समझने की कोशिश करते हैं.
सोशल मीडिया पर तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने पक्ष में चुनावी हवा बहने का दावा कर रही हैं. फेसबुक, एक्स और इंस्टाग्राम पर तैर रही खबरों और वीडियो की भरमार के बीच सवाल उठ रहा है कि क्या दिल्लीवालों ने मतदान से ऐन पहले अपना मूड बदल लिया है? मतदाता के मूड बदलने के पीछे का पहला मुद्दा बताया जा रहा है. दिल्ली में हिंसा का शोर यानी दिल्ली में वोटिंग से ठीक पहले राजनीति का नया अखाड़ा बनी कालकाजी सीट पर देर रात जमकर हंगामा हुआ. ये कथित पॉलिटिकल हाईवोल्टेज ड्रामा पूरी रात चलता रहा.
रातों रात बदल गई चुनावी हवा?
आम आदमी पार्टी ने बैक टू बैक सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और बीजेपी पर आरोप लगाए. AAP पार्टी वाले कह रहे हैं कि बीजेपी गड़बड़ करा रही है और पुलिसवाले मिले हुए हैं जी. सोमवार की रात सीएम आतिशी खुद अपने समर्थकों के साथ मैदान में उतरीं और चुनाव आयोग के साथ साथ दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की मांग करने लगीं.
बीजेपी का पलटवार
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि रमेश बिधूड़ी के बेटे ने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में घुसपैठ की और वोटरों को धमकाया. उन्होंने जेजे कैंप में वोटरों को डराने का भी आरोप लगाया. वहीं रमेश बिधूड़ी ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि आतिशी खुद बीजेपी के कार्यकर्ताओं को धमका रही हैं.
आतिशी Vs बिधूड़ी - दिल्ली चुनाव अपडेट्स
सोमवार की रात दिल्ली की सड़कों पर इस दंगल को देखते हुए आज की रात मतदान के पहले की रात अंतिम है. यही वजह है कि आज की रात भारी है. लिहाजा दिल्ली के चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
दिल्ली पुलिस के 42,151 जवान तैनात रहेंगे.
इसके अलावा 19 हजार से ज्यादा होमगार्ड्स तैनात होंगे.
अर्द्ध सैनिक बलों की 220 कंपनियां भी तैनात होंगी.
दिल्ली पुलिस ने 121 बड़ी और 43 छोटी सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई है.
करीब 3 हजार मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में पहचाना गया है.
दिल्ली के चुनाव में ऐसा पहली बार है जब वोटिंग से पहले इतनी टेंशन है. मतदान से पहले इतना तनाव है और यही वजह है कि ये मुद्दा मतदान में हावी हो सकता है.
अगला मुद्दा 'घुसपैठिया'
JNU ने दिल्ली चुनाव में घुसपैठियों पर एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें लिखा है-'2017 के बाद से भारत में अवैध प्रवासी बढे हैं और इनमें से बडी संख्या में अवैध प्रवासी दिल्ली में बसें हैं. रिपोर्ट में यहां तक कहा गया कि ये घुसपैठिए दिल्ली में फर्जी वोटर कार्ड बनवा चुके है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने आशंका जताई है ये घुसपैठिए दिल्ली में चुनाव परिणाम बदलने की कोशिश कर सकते हैं.
दिल्ली में घुसपैठियों का नेक्सस कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते करीब दो महीने में दिल्ली से 100 से ज्यादा अवैध बांग्लादेशियों को डिपोर्ट किया गया है.
तीसरा मुद्दा- अल्पसंख्यक मतदाता
हिंसा और घुसपैठ के बाद दिल्ली में मतदान से ठीक पहले जनता का मूड बदलने वाला तीसरा मुद्दा हैं मुस्लिम मतदाता. दिल्ली में हर 8वां वोटर मुस्लिम है. 10 सीटों पर मुस्लिम वोटर्स जीत-हार तय करने का माददा रखते हैं. इन्हें लुभाने के लिए आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी हर किसी ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. ऐसे में मतदान से पहले मुस्लिम मतदाता भी किसी की किस्मत बना और बिगाड़ सकते हैं.