Sanjay Raut Demands Clarity On INDIA Bloc Future: दिल्ली चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के अस्तित्व पर सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल को राष्ट्र-विरोधी करार दिया. उनके इस बयान के बाद दोनों दलों के बीच तलवारें खिंच गईं. जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला के बाद शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कांग्रेस को लेकर चिंता जताई है.
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Sanjay Raut On INDIA Bloc Future: आप सभी को याद ही होगा कि लोकसभा चुनाव के समय NDA से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया था. एक मंच पर तमाम बड़ी विपक्षी पार्टियां बीजेपी गठबंधन से मुकाबले के लिए एक साथ आए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र, झारखंड के बाद यह गठबंधन बिखरता हुआ नजर आ रहा है. अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी और उमर अबदुल्लाह के बाद शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने गठबंधन में टूट की ओर इशारा किया है.
कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि वह गठबंधन को सक्रिय बनाए रखे: संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक की दिशा और भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा "लोकसभा चुनावों के दौरान हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और परिणाम भी अच्छे आए. लेकिन इसके बाद खास तौर पर कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि वह गठबंधन को सक्रिय बनाए रखे और आगे की रणनीति तय करे. दुर्भाग्य से चुनाव के बाद से अब तक कोई महत्वपूर्ण बैठक नहीं हुई है." उन्होंने आगे कहा, "यह गठबंधन के लिए सही संकेत नहीं है. उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल जैसे नेता कह रहे हैं कि इंडिया ब्लॉक का अब कोई अस्तित्व नहीं है. इस स्थिति के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी कांग्रेस की है, क्योंकि समन्वय, संवाद और चर्चा की पूरी तरह कमी है."
गठबंधन पर सवाल
संजय राउत की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब उमर अब्दुल्ला ने भी गठबंधन की दिशा पर सवाल उठाए थे. अब्दुल्ला ने कहा था, "अगर यह गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए था, तो इसे खत्म कर देना चाहिए और पार्टियों को अलग-अलग काम करना चाहिए. कोई स्पष्टता नहीं है कि यह गठबंधन जारी रहेगा या नहीं."
कांग्रेस और आप के बीच तनाव
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बढ़ते तनाव ने भी गठबंधन को कमजोर किया है. दोनों पार्टियों ने चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला किया है. दिल्ली कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोप लगाए हैं, जबकि आप नेताओं ने कांग्रेस पर पलटवार किया है.
ईवीएम पर सवाल
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खिलाफ आवाज उठाते हुए पारंपरिक मतपत्रों को लाने की वकालत की. उन्होंने कहा, "भले ही ईवीएम में गड़बड़ी के पर्याप्त सबूत न मिले हों, लेकिन इसके दुरुपयोग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता."
दिल्ली चुनाव का रिजल्ट 8 फरवरी
इंडिया ब्लॉक के भविष्य पर उठे विवाद का परिणाम दिल्ली चुनाव पर कितना पड़ेगा, यह आठ फरवरी को पता चलेगा. दिल्ली विधानसभा चुनाव पांच फरवरी को होने वाले हैं.