World Cup 2023 finals clash with Delhi's 'Dry Day' : आईसीसी वर्ल्ड कप फाइनल के दिन दिल्ली में शराब के सभी ठेके बंद रहेंगे. दिल्ली सरकार का आदेश आ चुका है.
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Dry Day In Delhi On Chhath Puja 2023 : दिल्ली में आगामी रविवार यानी 19 नवंबर को ड्राई डे (Dry Day) रहेगा. यानी रविवार को शराब की दुकाने बंद रहेंगी. दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने यह फैसला छठ पूजा 2023 (Dry Day In Delhi On Chhath Puja) के त्योहार के मद्देनजर लिया है. इत्तेफाक से उसी दिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच गुजरात के अहमदाबाद शहर में (India-Australia World Cup Final) खेला जाएगा. ऐसे में शराब के जो शौकीन रविवार को पैग लगाते हुए मैच देखने की सोच रहे थे उन्हें झटका लग सकता है.
दिल्ली सरकार का आदेश जारी
दिल्ली में छठ पूजा पर शराब की दुकानें बंद रहेंगी. दिल्ली एक्साइज कमिश्नर ने इस आदेश का नोटिस जारी करते हुए जानकारी दी है कि दिल्ली शराब पॉलिसी 2010 की धारा 52 के तहत राजधानी में 19 नवंबर को 'ड्राई डे' रहेगा. दिल्ली के सभी लोकेशन पर स्थित L-1, L1F, L-2, L-3, L-4, L-5, L-6, L-6FG, L-6FE, L-8, L-9, L-10, L-11, L-14, L-18, L-23, L-23F, L-25, L-26, L-31, L-32, L-33, L-34 और L 35 के लाइसेंस वाले सभी ठेके बंद रहेंगे. बता दें कि छठ पूजा के दिन शराब की दुकाने बंद करने की कांग्रेस पार्टी ने मांग की थी.
वर्ल्ड कप फाइनल 2023
यहां पर एक दिलचस्प बात ये है कि दिल्ली में अगला ड्राई डे क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल के साथ भी मेल खाता है. जब टीम इंडिया 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी.
छठ पूजा 2023
देश में आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गई. इस चार दिवसीय त्योहार की अद्भुत महिमा है. लोक आस्था का यह पर्व मुख्य रूप से भारत और नेपाल में बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है. छठ पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि यह ऊर्जा के स्रोत, सूर्य देव के चारों ओर घूमती है. यह स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन के लिए सूर्य देव से आशीर्वाद मांगने के लिए किया जाता है.
4 दिवसीय छठ पूजा इस बार 17-20 नवंबर तक मनाई जाएगी.
पहला दिन: छठ पूजा का पहला दिन नहाए-खाए के नाम से जाना जाता है. इसमें उपवास करने वाले मुख्य उपासक दाल के साथ सात्विक कद्दू भात पकाते हैं और दोपहर में इसे देवता को 'भोग' के रूप में परोसते हैं.
दूसरा दिन: दूसरे दिन, जिसे खरना के नाम से भी जाना जाता है, चावल की खीर बनाती हैं, जिसे 'चंद्रदेवता' को 'भोग' के रूप में परोसा जाता है.
तीसरा दिन: छठ पूजा के तीसरे मुख्य दिन बिना पानी के पूरे दिन का उपवास रखा जाता है. इस दिन का मुख्य अनुष्ठान डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है.
चौथा दिन: छठ के अंतिम दिन उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाता है और इसे उषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है. सूर्य को अर्घ्य देने के बाद 36 घंटे का व्रत तोड़ा जाता है.