Jharkhand News: रघुवर दास झारखंड में भाजपा को मजबूत बनाने के लिए पूरी मेहनत और निष्ठा से काम करेंगे. उनका यह दौरा राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा लाने वाला माना जा रहा है. कार्यकर्ताओं का जोश और जनता का समर्थन उनके साथ है, जिससे यह वापसी भाजपा के लिए झारखंड की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत साबित हो सकती है.
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रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रघुवर दास ने उड़ीसा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य की राजनीति में जोरदार वापसी की है. एक दिवसीय दौरे पर चतरा पहुंचे रघुवर दास का भाजपा कार्यकर्ताओं ने इटखोरी में भव्य स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य के विकास के लिए मां से आशीर्वाद मांगा.
रघुवर दास ने कहा कि मैं भगवान जगन्नाथ की धरती उड़ीसा में सेवा करने के बाद अब अपनी जन्म और कर्मभूमि झारखंड के लोगों की सेवा के लिए लौटा हूं. मैं मां भद्रकाली से आशीर्वाद लेने आया हूं, क्योंकि बिना मां की शक्ति के कोई भी कार्य संभव नहीं होता. मैंने मां से झारखंड की गरीबी दूर करने और लोगों के जीवन में सुधार लाने की शक्ति मांगी है. चतरा दौरे के दौरान उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) द्वारा लगाए गए 'रिटायर्ड नेता की वापसी' के आरोपों का भी कड़ा जवाब दिया. रघुवर दास ने स्पष्ट कहा कि राजनीति में कोई रिटायर्ड नहीं होता. मैं एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी और राज्य के लोगों की सेवा करने लौटा हूं. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे पूरी निष्ठा से निभाऊंगा. मेरा उद्देश्य जनहित में काम करना और संगठन के निर्देशों का पालन करना है.
इसके अलावा इस मौके पर चतरा सांसद कालीचरण सिंह, सिमरिया विधायक उज्ज्वल दास और एनडीए के सहयोगी दल लोजपा(रा) के विधायक जनार्दन पासवान समेत कई पार्टी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. सभी ने रघुवर दास की वापसी पर खुशी जाहिर की और उन्हें एक अनुभवी नेता के रूप में राज्य के विकास में योगदान देने वाला बताया. रघुवर दास ने अपने संबोधन में राज्य के विकास, गरीबों के उत्थान और युवाओं के भविष्य को लेकर अपनी प्राथमिकताओं पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की मजबूती के लिए वे पूरी निष्ठा से काम करेंगे. उनका यह दौरा झारखंड की राजनीति में नई ऊर्जा भरने वाला साबित हो सकता है. साथ ही कार्यकर्ताओं के उत्साह और जनता के समर्थन के साथ रघुवर दास की यह वापसी झारखंड की राजनीति में भाजपा के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है.
इनपुट- धर्मेंद्र पाठक
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