Bihar Politics: चौथी बार INDI गठबंधन की बैठक दिल्ली में संपन्न हुई और यहां से निकलने के बाद गठबंधन के कई दलों के नेताओं के सुर एकदम बदले से नजर आने लगे. जिस बिहार की जमीन से INDI Alliance की नींव रखने की शुरुआत हुई थी. उसी बिहार में गठबंधन के कई सहयोगी दल बैठक में हुए फैसले से सहज नहीं दिखे.
Trending Photos
पटना: Bihar Politics: चौथी बार INDI गठबंधन की बैठक दिल्ली में संपन्न हुई और यहां से निकलने के बाद गठबंधन के कई दलों के नेताओं के सुर एकदम बदले से नजर आने लगे. जिस बिहार की जमीन से INDI Alliance की नींव रखने की शुरुआत हुई थी. उसी बिहार में गठबंधन के कई सहयोगी दल बैठक में हुए फैसले से सहज नहीं दिखे. दरअसल बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे के नाम को लेकर जिस तरह की चर्चा हुई उससे ना तो राजद के लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव सहज दिखे ना ही सीएम नीतीश कुमार ही इस प्रस्ताव से सहज नजर आए. हालांकि किसी की तरफ से इसको लेकर प्रतिक्रिया तो नहीं आई लेकिन बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही लालू, नीतीश और तेजस्वी वहां से निकल गए थे. इसके साथ ही अब बिहार जेडीयू में ही सिर फुटव्वल सी हालत बन गई है. जेडीयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भाजपा के 3 हिंदी पट्टी के राज्यों में जीत पर उसकी तारीफ की थी, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कह दिया कि इंडी गठबंधन की चौथी बैठक टांय-टांस फिस्स रही. ऐसे में अब जेडीयू के विधायक संजीव सिंह ने सुनील पिंटू को भाजपा का बता दिया और उनके बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे कि कहीं पिंटू भाजपा में जाने वाले तो नहीं हैं.
ये भी पढ़ें- याद करिए कोरोना से कैद के वो दिन और थोड़ा बचकर रहिए, नया वाला वायरस भी कम नहीं है!
दरअसल सुनील कुमार पिंटू पीएम मोदी की तारीफ करते हुए नजर तब आए जब भाजपा ने 5 में से तीन राज्यों में जीत हासिल की थी और उन्होंने तब जमकर कांग्रेस को कोसा था. एक बार फिर पार्टी लाइन से अलग हटकर पिंटू ने INDIA अलायंस की चौथी बैठक के बाद कांग्रेस पर निशाना साधा.
पिंटू के इस बयान के बाद जेडीयू विधायक संजीव सिंह कहां पीछे रहनेवाले थे. उन्होंने साफ कह दिया कि सुनील कुमार पिंटू भाजपा में जाएंगे. उनके दिए गए बयान से जेडीयू पर कोई असर नहीं पड़नेवाला है. उनके जैसे कितने सांसद आते और जाते हैं.
इधर भाजपा की तरफ से दिल्ली में हुई INDI गठबंधन की बैठक के बाद कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. दरअसल इंडिया अलायंस में अभी तक सीटों के बंटवारे पर कोई बात नहीं बनी है. ऐसे में भाजपा को लगने लगा है कि लालू से नजदीकी की वजह से अब ललन सिंह को भी जेडीयू उनके पद से हटा सकती है. वहीं नीतीश कुमार के द्वारा बैठक से निकल जाने को लेकर भी भाजपा हमलावर है.