Budget 2025: बिहार को बजट में कुछ ज्यादा मिल गया, इस पर किसी को क्यों आपत्ति होनी चाहिए. हां, आप यह कह सकते थे कि बिहार के साथ पंजाब, असम, उत्तर प्रदेश या फिर अन्य किसी भी राज्य को उतना ही मिलना चाहिए. लेकिन कांग्रेस नेताओं को समझाए कौन?
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मोदी सरकार के 2025 के बजट में बिहार को बहुत कुछ मिला. रेल बजट में भी ढेर सारी सौगात मिलीं. बजट में बिहार बम बम हो गया. यहां तक कि विपक्षी दलों के कई नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि लग रहा था कि बिहार का बजट पेश हो रहा है. बजट में बिहार को तवज्जो मिलने से विपक्ष के कई नेता परेशान हैं. लेकिन इन नेताओं को समझ में नहीं आ रहा है कि आज वे परेशान हैं पर 8 महीने बाद उसी बिहार में जाकर उन्हें वोट भी मांगना है. आखिर किस मुंह से ऐसे नेता बिहार में जाकर वोट मांगेंगे, जब बजट में राज्य को तवज्जो मिलने से परेशान हैं. आइए, जानते हैं कि बजट में बिहार को तवज्जो मिलने से किसे सबसे ज्यादा परेशानी हुई?
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बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, 'मैं यह समझने में असफल रहा कि यह भारत सरकार का बजट था या बिहार सरकार का? क्या आपने पूरे बजट भाषण में बिहार के अलावा किसी अन्य राज्य का नाम सुना है?'
कांग्रेस के एक अन्य सांसद जयराम रमेश ने मोदी सरकार के बजट की आलोचना करते हुए कहा, 'इस साल के अंत में बिहार में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए वहां के लिए घोषणाओं का खजाना मिला है, जबकि आंध्र प्रदेश को नजरंदाज किया गया है.'
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा, 'बिहार को क्या मिला, कुछ नहीं! राज्य के लोग गुस्से में हैं. हर बार इनकी सरकार बनाकर भेजते हैं और ये वादाखिलाफी कर जाते हैं. पहले भी बिहार को लेकर कई ऐलान हुए लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ.' अखिलेश प्रसाद सिंह ने यह भी कहा, 'मनीष तिवारी को गलतफहमी है कि बजट बिहार के लिए है.'
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय बजट को लेकर कहा, 'बजट में बिहार के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है. बिहार को कुछ नहीं मिला. चंद्रबाबू नायडू 2 लाख करोड़ लेकर चले गए. बिहार के मुख्यमंत्री को क्या मिला? जबकि दोनों पर सरकार टिकी हुई है.'
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इन नेताओं के रिएक्शन में एक बात इंटरेस्टिंग है. एक तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश आंध्र प्रदेश को नजरंदाज किए जाने को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं तो तेजस्वी यादव का दावा है कि चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के लिए 2 लाख करोड़ का पैकेज ले बैठे. इससे जाहिर होता है कि बजट को लेकर माननीय या तो सतही ज्ञान लिए बैठे हैं या फिर 'राजनीति के लिए कुछ भी करेगा' वाली स्टाइल अपनाते हैं.