BIhar Chunav 2025: पीएम मोदी सधे हुए अंदाज में राजनीति करते हैं. लक्ष्य तय होता है और फोकस एरिया चेंज हो जाता है. चलते जाना है. आप इसको कुछ भी कहिए, लेकिन भारतीय चुनावी राजनति के लिहाज से वह एक आदर्श राजनेता हैं.
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2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल सबसे अधिक सीटों के साथ नंबर 1 रहा था, लेकिन महागठबंधन सरकार बनाने से चूक गया था. नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी. इस चुनाव में भाजपा की सीटों में जबर्दस्त तरीके से इजाफा हुआ था और वह दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी. हालांकि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था. एनडीए की जीत के पीछे अगर सबसे बड़ा हाथ था तो वह है मिथिलांचल का विश्वास. मिथिलांचल ने एनडीए को झोला भरकर सीटें दी थीं. मिथिलांचल की 60 में से 40 से अधिक विधानसभा सीटों पर एनडीए ने कब्जा जमाया था.
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मिथिलांचल में सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और वैशाली जैसे जिले आते हैं. सीतामढ़ी की 5 में से 3 पर एनडीए तो 2 पर राजद ने कब्जा जमाया था. शिवहर की केवल एक सीट पर राजद कब्जा जमा पाया था. मधुबनी की 5 विधानसभा सीटों में 4 पर एनडीए तो एक सीट पर राजद को विजयश्री हासिल हुई थी. वहीं दरभंगा की बात करें तो जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 5 पर एनडीए और केवल 1 पर राजद का कब्जा है. मुजफ्फरपुर और वैशाली में भी एनडीए का दबदबा रहा है.
मिथिलांचल ने जो एनडीए को दिया था, उसका रिटर्न गिफ्ट उसे मिल रहा है. दरभंगा को एम्स और हवाई अड्डा मिल चुका है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान किया है, जिसका सबसे ज्यादा फैसला मिथिलांचल को मिलने वाला है. मिथिलांचल को बाढ़ से बचाने के लिए कोसी प्रोजेक्ट और कोसी कैनाल बनाने का भी ऐलान किया गया है. इससे क्षेत्र के हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि को न केवल सिंचाई मिल पाएगी, बल्कि बाढ़ से भी बचाया जा सकेगा. इसके अलावा दरभंगा से आमस एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है. पटना पूर्णिया एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा मिथिलांचल से होकर गुजरने वाला है. इसका लाभ भी यहां के लोगों को मिलने वाला है.
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इस साल बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो साड़ी पहनी थी, उस पर मधुबनी पेंटिंग की गई थी. इसे दुलारी देवी ने निर्मला सीतारमण को भेंट किया था. दुलारी देवी मधुबनी पेंटिंग्स वाली साड़ी बनाने में पारंगत मानी जाती हैं. माना जा रहा है कि साड़ी भेंट करते समय दुलारी देवी ने आग्रह किया था कि बजट पेश करते समय यही साड़ी पहनें. इससे मिथिलांचल का मान और सम्मान में बढ़ोतरी होगी.
दिल्ली चुनाव के लिए मतगणना होने से एक दिन पहले बिहार एनडीए के 30 सांसदों ने पीएम मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात का प्रतीकात्मक महत्व है. इस साल दो ही राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले थे. एक राज्य दिल्ली में यह संपन्न हो चुका है और अब साल के अंत में बिहार में चुनावी महाभारत में राजनीतिक दलों की भिड़ंत होगी. इसलिए पीएम मोदी से बिहार एनडीए के 30 सांसदों की मुलाकात का महत्व और बढ़ जाता है.
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पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान दरभंगा से सांसद गोपाल ठाकुर ने उन्हें मिथिला को पाग और माला पहनाकर सम्मानित किया. पीएम मोदी को तोहफे के रूप में मिथिला पेटिंग, मखाना और फूलों का गुलदस्ता भी भेंट किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पीएम मोदी को एक पुस्तक भी भेंट की.