Republic Day 2023 Speech: ऐसे दें गणतंत्र दिवस के मौके पर स्पीच, नहीं रूकेंगी तालियां, हर कोई करेगा तारीफ
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Republic Day 2023 Speech: ऐसे दें गणतंत्र दिवस के मौके पर स्पीच, नहीं रूकेंगी तालियां, हर कोई करेगा तारीफ

Republic Day 2023 Speech: गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी को जोश और उत्साह से मनाया जाता है. इस साल हम 74वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे. गणतंत्र दिवस के मौके पर स्कूलों या फिर कॉलेजों में स्पीच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है.

Republic Day 2023 Speech: ऐसे दें गणतंत्र दिवस के मौके पर स्पीच, नहीं रूकेंगी तालियां, हर कोई करेगा तारीफ

पटनाः Republic Day 2023 Speech: गणतंत्र दिवस (Republic Day) हर साल 26 जनवरी को जोश और उत्साह से मनाया जाता है. इस साल हम 74वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे. गणतंत्र दिवस के मौके पर स्कूलों या फिर कॉलेजों में स्पीच प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. अगर इस साल आपने भी स्पीच प्रतियोगिता में भाग लिया है या फिर आपको भी स्कूल में टीचर ने गणतंत्र दिवस पर भाषण देने के लिए कहा है, तो आप इस लेख के माध्यम से अपना सबसे अच्छा भाषण तैयार कर सकते है. इस भाषण को सुन हर कोई तालियां बजाने लगेगा और हर कोई तारीफ जरूर करेगा.      

प्रिय प्रधानाचार्य और यहाँ उपस्थित सभी शिक्षक गण एवं मेरे प्रिय सहपाठियों को मेरा नमस्कार. 

जैसा कि आप सभी जानते है कि आज हम यहां अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए उपस्थित हुए हैं. हम सभी हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं. गौरतलब है कि 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था. भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी देकर झंडा फहराया था. तब से ही हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. 26 जनवरी 1950 को देश को गणराज्य बना था.( बीच-बीच में आप स्लोगन भी बोल सकते है) 

‘इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है, झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है’

आगे बताए कि गणतंत्र दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति इंडिया गेट के राजपथ पर तिरंगा झंडा फहराते हैं. इस खास मौके पर भव्य परेड का आयोजन किया जाता है. साथ ही परेड राजपथ से शुरू होकर लाल किले तक जाती है. भारत 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर एक गणतंत्र राष्ट्र बना. उसके ठीक 6 मिनट बाद 10 बजकर 24 मिनट पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इसके साथ ही गणतंत्र दिवस के खास मौके पर हर साल इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक राजपथ पर भव्य परेड भी होती है. इस परेड में भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना आदि की विभिन्न हिस्सा लेती हैं. 
 
अब अपनी बात खत्म करें- गणतंत्र दिवस पर आप सबके सामने अपनी बात रखने का अवसर देने के लिए मैं एक बार फिर आपका आभार व्यक्त करना चाहता/ चाहती हूं. इसके बाद आखिरी में एक स्लोगन और बोल दें.

‘ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियो वतन के नाम पर’

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