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Good News: महिलाओं पर मेहरबान नीतीश कुमार! पालना प्रोग्राम शुरू, लखीसराय में कामकाजी वुमेन हुई खुश

Lakhisarai News: बिहार के लखीसराय जिले से एक अच्छी खबर सामने आई है, जहां सरकारी कार्यालयों में कामकाजी महिलाओं के बच्चों के लिए पालना घर बनाया गया है. कलेक्ट्रेट भवन में 6 फरवरी को पालना घर का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार के द्वारा किया गया. पांच लाख की लागत से मुलभूत सुविधाओं से लैस पालना घर अधिकारियों की देखरेख में व्यवस्थित तरीके से चल रहा है. पालना घर में नौनिहालों के लिए खेल-खिलौना समेत मूलभूत सुविधाएं मौजूद है. रोजाना पांच से छह बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है.

पढ़ाई की सुविधा

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पढ़ाई की सुविधा

पालना घर में बच्चों के लिए खेल-खेल में पढ़ाई करने की सुविधाएं है. यहां खास बात यह कि फर्श को गद्देदार बनाया गया है. इसकी वजह से बच्चों को खेलने-कूदने में गिरने पर भी चोट नहीं लगता है.

 

बेड की व्यवस्था

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बेड की व्यवस्था

बच्चों को नींद आने पर उनके सोने के लिए पालना घर में बेड की व्यवस्था हैं. यहां बच्चों को उनके माता या पिता द्वारा उपलब्ध कराया गया भोजन ही खिलाया जाता है. 

 

रसोईघर की व्यवस्था

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रसोईघर की व्यवस्था

इस पालना घर में भोजन और दूध गर्म करने के लिए रसोईघर की व्यवस्था है. दीवारों के चारों तरफ आकर्षक पेंटिंग पालना घर की खूबसूरती में चार चांद लगा रहा है. 

 

क्रेच वर्कर

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क्रेच वर्कर

डीएम मिथलेश मिश्र ने बताया कि बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच वर्कर समीक्षा सुरभि और क्रेच हेल्पर बेहतर तरीके से अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही हैं.

 

सरकारी कार्यालय

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सरकारी कार्यालय

डीएम ने बताया कि जिनकी माता सरकारी कार्यालय में काम करती है, उनके छह साल तक के नौनिहालों को यहां रखने का प्रावधान है. ताकि वे बेफ्रिक होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सके.

 

कागजी प्रक्रिया

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कागजी प्रक्रिया

बच्चों को पालना घर में पहुंचाने और वापस लेने के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी की जाती है. इसका अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण किया जाता है. (इनपुट - राज किशोर)