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अच्छा काम करोगे तो जल्दी छुट जाओगे, पश्चिमी चंपारण के डीएम ने बगहा जेल में लगाया बंदी दरबार

पश्चिम चंपारण के बेतिया और बगहा जेल में डीएम दिनेश कुमार राय और एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बंदी दरबार लगाया. उन्होंने कैदियों को समाज की मुख्यधारा में लौटने और अच्छा आचरण करने की सलाह दी. डीएम ने कहा कि जेल सुधार गृह बन चुका है और अच्छे व्यवहार से सजा की अवधि कम हो सकती है.

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बिहार के पश्चिम चम्पारण ज़िले के बेतिया औऱ बगहा जेल में बंद बंदियों के बीच डीएम और एसपी ने शुक्रवार को बंदी दरबार का आयोजन किया. डीएम और एसपी ने कैदियों से समाज के मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की. अपराधियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उनके परिवार और बच्चों का भविष्य उज्जवल करने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है. ख़ुद डीएम औऱ एसपी इस मुहिम की अगुवाई कर रहे हैं.

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बगहा जेल में 250 से अधिक बंदियों की समस्याओं को सुनते हुए डीएम और एसपी ने निराकरण का आश्वासन दिया. डीएम दिनेश कुमार राय ने कहा कि कुछ भटकाव एवं भूल चूक के कारण जो लोग जेल में बंद हो गए हैं, उनके लिए राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है. डीएम ने कहा कि जेल केवल जेल नहीं है, बल्कि यह अब सुधार गृह में तब्दील हो चुका है.

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उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जेल अधिकारियों और कर्मचारियों को इस बात के लिए प्रशिक्षण दिला रही है कि उनके कार्य, व्यवहार और संस्कृति में बदलाव आए. किसी भी बंदी को कोई असुविधा न हो, इसपर ध्यान दिया जा रहा है. अत्याधुनिक सुविधाओं एवं आधारभूत संरचना की उपलब्धता सुनिश्चित कराया जा रहा है. डीएम ने कहा कि जेल में आदर्श आचरण प्रस्तुत करने पर सजा की अवधि कम हो जाती है. इसलिए बंदी गलत व्यवहार न करें.

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एसपी, बगहा सुशांत कुमार सरोज ने बंदियों से कहा कि किसी कारणवश आप जेल में पहुंच गए हैं. सरकार आपकी सुविधाओं का ख्याल रख रही है. उन्होंने बंदियों से अनुरोध किया कि यहां से बाहर जाने के बाद अच्छे व्यक्ति बनने की कोशिश करें. अच्छी जिंदगी जिएं.

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इस मौके पर जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि बंदियों के व्यवहार में सुधार के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं. प्रातः वंदना के साथ योगा, कसरत, पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था की गई है. बंदी पुस्तकालय का भी लाभ ले रहे हैं. साथ ही स्मार्ट क्लास की भी व्यवस्था की गई है. बंदियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाया गया है.

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इसके बाद डीएम और एसपी ने जेल का निरीक्षण भी किया और जेल अधीक्षक और जेलर को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बंदियों को हर हाल में जेल मैनुअल के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.