18 साल में नीतीश तो नहीं हो पाए सख्त, इस बार राज्यपाल कुलपतियों पर जमकर बरसे, दिए ये दिशा निर्देश
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18 साल में नीतीश तो नहीं हो पाए सख्त, इस बार राज्यपाल कुलपतियों पर जमकर बरसे, दिए ये दिशा निर्देश

बिहार सरकार ने पिछले 5 सालों में जिस गति से BSEB की 10वीं और 12वीं के रिजल्ट जारी किए हैं उसको लेकर हर तरफ बिहार सरकार की तारीफ होती रहती है.

(फाइल फोटो)

University Sessions of Bihar: बिहार सरकार ने पिछले 5 सालों में जिस गति से BSEB की 10वीं और 12वीं के रिजल्ट जारी किए हैं उसको लेकर हर तरफ बिहार सरकार की तारीफ होती रहती है. बता दें कि पिछले 5 सालों में बिहार बोर्ड की तरफ से 10वीं और 12वीं के रिजल्ट रिकॉर्ड टाइम में जारी किए गए हैं और इसके साथ ही बता दें कि बोर्ड के द्वारा सबसे पहले पूरे देश में रिजल्ट की घोषणा की जा रही है. फिर भी इससे फायदा क्या. बिहार में उच्च शिक्षा के लिए छात्रों को विश्वविद्यालयों में दाखिला लेना पड़ता है और बता दें कि यहां छात्रों को डिग्री 5 से 6 साल में मिलती है. 

18 साल से बिहार की सत्ता पर बैठे नीतीश कुमार से जब-जब विश्वविद्यालयों की डिग्री देने में देरी का सवाल किया गया तो उसे उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि पता कराते हैं. दरअसल इन 18 सालों में बिहार के विश्वविद्यालयों का यही हाल रहा है और यही वजह है कि बिहार में छात्रों की परेशानी इसकी वजह से ज्यादा बढ़ी रही है. 

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ऐसे में 18 सालों में सुशासन बाबू तो सख्त नहीं हुए पर इस बार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर जरूर सख्त नजर आ रहे हैं. दरअसल बिहार के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ राज्पाल ने बैठक की और कुलपतियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी विश्वविद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया से लेकर परीक्षा का आयोजन और परीक्षा परिणाम जारी करना एकदम समय पर सुनिश्चित किया जाए. 

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इसके साथ ही राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश दिया की ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि सभी के परीक्षा परिणाम एक साथ आएं. इसके साथ ही उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों में रिसर्च को बढ़ावा देने को भी कहा. इसके साथ ही खेल को लेकर भी कुलपतियों को आदेश जारी किया गया जिसमें अंतर्विश्वविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन को प्रत्येक साल बारी-बारी हर विश्वविद्यालय को आयोजित करने को कहा गया. 

इसके साथ ही सभी विश्वविद्यालयों को मिलकर देश भर के विश्वविद्यालयों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने को भी निर्देशित किया गया. उन्होंन हर विश्वविद्यालय के बेहतरीन वेबसाइट के होने के बारे में भी निर्देश जारी किए हैं. 

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कुलपतियों से साफ कहा कि अगर किसी भी तरह की कोई समस्या इन चीजों को लेकर आ रही है तो सीधे बताइए क्योंकि में हर हाल में इस व्यवस्था में सुधार करना चाहता हूं. ऐसे में सभी की समस्याओं को तत्काल समाधान किया जाएगा.

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