Akshaya Navami Vrat: जहानाबाद में धूमधाम से मनाया गया अक्षय नवमी का पर्व, दान-पुण्य का विशेष महत्व
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1422177

Akshaya Navami Vrat: जहानाबाद में धूमधाम से मनाया गया अक्षय नवमी का पर्व, दान-पुण्य का विशेष महत्व

Akshaya Navami Vrat: बिहार के जहानाबाद में अक्षय नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसे लेकर शहर के जाफरगंज स्थित विष्णु मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है.

Akshaya Navami Vrat: जहानाबाद में धूमधाम से मनाया गया अक्षय नवमी का पर्व, दान-पुण्य का विशेष महत्व

जहानाबादः Akshaya Navami Vrat: बिहार के जहानाबाद में अक्षय नवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसे लेकर शहर के जाफरगंज स्थित विष्णु मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है. अक्षय नवमी के दिन महिलाओं ने उपवास रखकर आंवला के पेड़ के नीचे एक सौ आठ बार परिक्रमा की, आंवला की पूजा-अर्चना कर भगवान विष्णु से सुख-शांति की कामना की. वहीं साथ ही विशेष रूप से दान-पुण्य भी किया.

आंवले के पेड़ के नीचे महिलाओं ने की पूजा अर्चना
श्रद्धालुओं ने बताया कि आज अक्षय नवमी है. आज के दिन आंवले के पेड़ के नीचे पूजा अर्चना करने और गुप्त दान करने से घर मे सुख समृद्धि प्राप्त होती है. श्रद्धालुओं ने आगे बताया कि अक्षय नवमी के मौके पर पूरे परिवार समेत पूजा अर्चना करने आये है. पूजा अर्चना के बाद पिकनिक मना रहे है. श्रद्धालुओं ने बताया कि आज के दिन शहर के सभी मोहल्ले के लोग यहां भुआ दान करने आते है. यहां का नजारा पूरा मेला जैसा दिख रहा है. 

अक्षय नवमी पर दान-पुण्य का विशेष महत्व
इधर मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मौके पर भगवान विष्णु की आराधना की जाती है. अक्षय नवमी पर दान-पुण्य का विशेष महत्व है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी के रूप में मनाया जाता है. आंवले के पेड़ की पूजा करने का विधान है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु आंवला में वास करते हैं. इसलिए इस पेड़ की पूजा करने पर पुण्य मिलता है.

यह है लोक कथा
अक्षय नवमी को लेकर एक लोककथा प्रचलित है. एक महिला को बहुत दिनों से संतान की प्राप्ति नहीं हो रही थी. एक बार किसी तांत्रिक के बहकावे में आकर उसने देवी को एक बालक की बलि दे दी. देवी इससे प्रसन्न तो नहीं हुई बल्कि महिला को कोढ़ी होने का श्राप दे दिया. कोढ़ से परेशान महिला इधर उधर मारी मारी फिरती रही. 

इनपुट- मनोज कुमार 

यह भी पढ़ें- Akshaya Navmi Vrat Katha: जानिए क्या है अक्षय नवमी की व्रत कथा, आज होगी आंवले की पूजा

Trending news