असम में ऑपरेशन प्रघात: आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़.. साजिश के चौंकाने वाले सबूत
Advertisement
trendingNow12569157

असम में ऑपरेशन प्रघात: आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़.. साजिश के चौंकाने वाले सबूत

Operation Praghat: ऑपरेशन प्रघात के जरिए देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता से इस साजिश को नाकाम कर रही हैं. बांग्लादेश से फैलाई जा रही आतंक की यह खेप भारत में अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं होगी.

असम में ऑपरेशन प्रघात: आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़.. साजिश के चौंकाने वाले सबूत

Assam terror module: असम पुलिस ने ऑपरेशन प्रघात के तहत आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है. अब तक इस ऑपरेशन में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे मिली जानकारियां और सबूत चौंकाने वाले हैं. पुलिस ने जिहाद के नाम पर देश को अस्थिर करने की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है.

क्या-क्या हुआ अब तक?

आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़: पुलिस ने 8 संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया.
बरामदगी: फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बांग्लादेशी पासपोर्ट, और संदिग्ध मोबाइल.
जिहादी साहित्य: ‘खुत बातुल इस्लाम’ नामक किताब, जो युवाओं को जिहाद के लिए भड़काने के उद्देश्य से बांटी जा रही थी.

सबूत जो बताते हैं साजिश की गहराई

फर्जी दस्तावेज़: संदिग्धों के पास से फर्जी आधार और पैन कार्ड मिले, जिनका इस्तेमाल पहचान छिपाने और नेटवर्क बनाने के लिए हो रहा था.
बांग्लादेशी पासपोर्ट: यह साबित करता है कि आतंकी नेटवर्क का पाकिस्तान और बांग्लादेश से सीधा संपर्क है.
जिहादी साहित्य: ‘खुत बातुल इस्लाम’ जैसी किताबें युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए बांटी जा रही थीं.
संदिग्ध मोबाइल: इनसे नेटवर्क और साजिशों की गहराई का पता लगाने की कोशिश जारी है.
बांग्लादेशी नागरिक: गिरफ्तार 8 में से एक व्यक्ति बांग्लादेशी है, जो स्थानीय लोगों के बीच घुलमिल कर अपनी गतिविधियां चला रहा था.

साजिश के चार चरण

पहला चरण: मदरसा शिक्षकों और इमामों को जिहादी साहित्य के जरिए कट्टर बनाना.
दूसरा चरण: इमामों को जिहाद की ट्रेनिंग देना.
तीसरा चरण: आम मुसलमानों को ब्रेनवॉश कर स्लीपर सेल बनाना.
चौथा चरण: हथियारों और फिदायीन हमलों की ट्रेनिंग.

साजिश के केंद्र

पुलिस ने खुलासा किया है कि आतंकी मॉड्यूल का विस्तार असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में किया जा रहा था. मुख्य रूप से निशाने पर ये शहर थे:

असम: धुबरी, ग्वालपाड़ा, गुवाहाटी.
पश्चिम बंगाल: मालदा, मुर्शिदाबाद, कोलकाता.
पाकिस्तान और बांग्लादेश का लिंक
समर्थन: अल-कायदा, जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB), और अंसारुल बांग्ला टीम जैसे संगठन इस साजिश में शामिल पाए गए हैं.
उद्देश्य: भारतीय कानून और व्यवस्था को कमजोर कर कट्टरपंथ को बढ़ावा देना.

सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कट्टरपंथी संगठनों को खुली छूट मिली, लेकिन भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने इस साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया. एनआईए के अलर्ट के बाद असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने तेजी से कार्रवाई की.

ऑपरेशन प्रघात अभी जारी है. देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता से इस साजिश को नाकाम कर रही हैं. बांग्लादेश से फैलाई जा रही आतंक की यह खेप भारत में अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं होगी. जी मीडिया इनपुट

Trending news