Kolkata Rape Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. डॉक्टर बेटी के बलात्कार और हत्या के मामले में CBI की जांच झेल रहे संदीप घोष पर 2017 में हॉन्ग कॉन्ग में एक पुरुष नर्सिंग छात्र के साथ छेड़छाड़ का आरोप लग चुका है.
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Kolkata Rape Murder Case: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. डॉक्टर बेटी के बलात्कार और हत्या के मामले में CBI की जांच झेल रहे संदीप घोष पर 2017 में हॉन्ग कॉन्ग में एक पुरुष नर्सिंग छात्र के साथ छेड़छाड़ का आरोप लग चुका है. मामले में कोर्ट ने उन्हें उनके कंधे की बार-बार होने वाली हड्डी खिसकने की समस्या के कारण बरी कर दिया था. लेकिन अब इस मामले की चर्चा फिर से होने लगी है.
हॉन्ग कॉन्ग की घटना
हॉन्ग कॉन्ग के एक नर्सिंग छात्र ने आरोप लगाया था कि संदीप घोष ने चेंजिंग रूम में उसकी पिटाई की और उसके जननांगों को छूने की कोशिश की थी. यह जानकारी साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट द्वारा दी गई थी. कोलकाता के कुछ डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की कि हॉन्ग कॉन्ग में संदीप घोष पर छेड़छाड़ का आरोप लगा था. संदीप घोष अब आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या के मामले में CBI की हिरासत में है.
सीबीआई जांच का सामना कर रहे संदीप घोष
संदीप घोष पर आरोप है कि उन्होंने 9 अगस्त को हुए इस बलात्कार और हत्या के मामले को दबाने की कोशिश की थी. इसके अलावा, CBI ने अदालत को बताया कि संदीप घोष ने धन का गबन किया और 2022 और 2023 में 84 अवैध नियुक्तियां कीं.
हॉन्ग कॉन्ग में संदीप पर लगा था गंभीर आरोप
संदीप घोष उस समय हॉन्ग कॉन्ग में एक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत गए थे. 8 अप्रैल 2017 को हॉन्ग कॉन्ग के क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में एक नर्सिंग छात्र ने संदीप घोष पर अश्लील हमले का आरोप लगाया. नर्स ने गवाही दी कि संदीप घोष ने उसके प्राइवेट पार्ट को छूकर उससे पूछा, "क्या तुम्हें यह पसंद आया?"
घोष ने अदालत में क्या कहा था..
घोष ने अदालत में कहा कि यह घटना एक गलतफहमी थी. उन्होंने दावा किया कि वह नर्स के कंधे को ठीक करने का तरीका दिखा रहे थे और गलती से उसका कूल्हा छू लिया था. घोष ने यह भी कहा कि उनके शब्दों को गलत समझा गया था और उन्होंने कहा था, "ऐसे करो," न कि "क्या तुम्हें यह पसंद आया?"
2017 का यह मामला फिर से चर्चा में
अदालत में उनके वकील ने तर्क दिया कि नर्स ने घोष की मंशा को गलत समझा और घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया. घोष के सुपरवाइज़र ने एक एमआरआई स्कैन प्रस्तुत किया, जिसमें दिखाया गया कि घोष को कंधे की हड्डी खिसकने की समस्या थी. जिससे उन्होंने इस तकनीक का प्रदर्शन करने की कोशिश की थी. अंत में, अदालत ने संदीप घोष को इस मामले में बरी कर दिया. हालांकि, इस घटना के कारण उनका हॉन्ग कॉन्ग में रहने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था. 2017 का यह मामला फिर से चर्चा में आया है क्योंकि संदीप घोष अब कई नए आरोपों का सामना कर रहे हैं.