PM Modi In Bengal News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में भाषण देते हुए भावुक हो गए. संदेशखाली में महिलाओं से अत्याचार के मुद्दे पर बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधने के दौरान ही मंच से पहली बार अपनी एक पुरानी कहानी सुनाई.
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PM Modi Parivar Story: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देश भर में जारी परिवार पर चर्चा के बीच पश्चिम बंगाल में बुधवार को मंच से अपनी एक काफी पुरानी कहानी सुनाई. उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में भाषण देते हुए पीएम मोदी ने इससे पहले संदेशखाली में महिलाओं से अत्याचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला भी किया.
परिवार के जिक्र पर पीएम मोदी ने बंगाल रैली में मंच से सुनाया पुराना किस्सा
पीएम मोदी ने बंगाल सरकार को महिला विरोधी बताते हुए कहा कि संदेशखाली में जो हुआ उससे पूरा देश शर्मसार है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने परिवारवाद पर चोट के बदले विरोधियों की ओर से उनके परिवार को निशाना बनाए जाने का भी जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने अपना एक पुराना किस्सा भी सुनाया. पीएम मोदी ने कहा कि यह कहानी पहली बार सुना रहा हूं. बंगाल रैली में पीएम मोदी ने कहा कि आखिर क्यों वह लगातार 'परिवार' का जिक्र कर रहे हैं.
मैंने आज तक यह कहानी नहीं सुनाई है, लेकिन... भावुक हो गए पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मंच से कहा, 'मैंने आज तक यह कहानी नहीं सुनाई है, लेकिन, आज महिलाओं-बहनों की इतनी भीड़ देखकर मैं यह कहानी सुनाना चाहता हूं. दरअसल, मैं बहुत छोटी आयु में घर से झोला लेकर चल पड़ा था. मैं देश के कोने-कोने में भटक रहा था. एक समय था जब मेरे जेब में कभी एक पास पैसा नहीं होता था. मेरे पास बस एक थैला था, जिसे लेकर मैं घूमता था. न भाषा जानता था. मेरी किसी से कोई जान नहीं थी, पहचान नहीं थी. बस कंधे पर एक झोला लेकर भटकता था.'
देश के गरीब से गरीब परिवार ने तब मेरी चिंता की, मैं कभी भूखा नहीं सोया
अपनी कहानी सुनाते हुए भावुक हो गए पीएम मोदी ने आगे कहा, 'उस नौजवान की देश के गरीब से गरीब परिवार ने चिंता की. जब मैं कहीं जाता था तो कोई न कोई परिवार मुझसे पूछता था कि तुमने खाना खाया. मेरे पास भले एक पैसा नहीं था, लेकिन एक दिन भी मैं भूखा नहीं रहा.' उन्होंने आगे कहा, "140 करोड़ देशवासी ये मेरा परिवार है. जब मेरी कोई जान या पहचान नहीं थी. मैं कंधे पर झोला लेकर भटकता नौजवान था. उस समय देश के गरीब से गरीब परिवार ने मेरी चिंता की. उनकी मदद की वजह से मैं कभी भी भूखा नहीं सोया.'
मुझे पुराने दिन याद हैं, गरीबों के लिए, माताओं- बहनों के लिए जी-जान से लगा हूं....
पीएम मोदी न अपने परिवार से जुड़ी पुरानी कहानी सुनाते हुए कहा, ' इसलिए आज मैं गरीबों के लिए, माताओं- बहनों के लिए जी-जान से समर्पित भाव से लगा हूं. मुझे वो पुराना भाव आज भी याद है. आपने मुझे खाना खिलाया, मैं आज आपका कर्ज चुका रहा हूं. देश की महिलाओं-बेटियों का कर्ज चुका रहा हूं. देश ही मेरा परिवार है."