गिरते रुपये ने बिगाड़ा 'नून-रोटी' का हिसाब-किताब, बिजली, पेट्रोल, टीवी... सब हो सकते हैं महंगे! पैर पसारेगी महंगाई
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गिरते रुपये ने बिगाड़ा 'नून-रोटी' का हिसाब-किताब, बिजली, पेट्रोल, टीवी... सब हो सकते हैं महंगे! पैर पसारेगी महंगाई

रुपये में कमजोरी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. रुपया अपने ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है. अगर आप ये सोच रहे हैं कि रुपये में कमजोर होने से आपको क्या लेना-देना, ये तो सरकार और अर्थशास्त्रियों का झमेला है तो आप गलत है. रुपये के गिरने या उठने का सीधा सरोकार आपसे और आपकी जेब से हैं.

 गिरते रुपये ने बिगाड़ा 'नून-रोटी' का हिसाब-किताब, बिजली, पेट्रोल,  टीवी... सब हो सकते हैं महंगे! पैर पसारेगी महंगाई

Rupees vs Dollar: रुपये में कमजोरी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. रुपया अपने ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है. अगर आप ये सोच रहे हैं कि रुपये में कमजोर होने से आपको क्या लेना-देना, ये तो सरकार और अर्थशास्त्रियों का झमेला है तो आप गलत है. रुपये के गिरने या उठने का सीधा सरोकार आपसे और आपकी जेब से हैं. इसके गिरने से आप पर सीधा असर पड़ेगा. आपकी कमाई से लेकर सेविंग तक प्रभावित होती है.  

रुपये में कमजोरी 

डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार कम होती जा रही है. सोमवार को तो एक डॉलर करीब 88 रुपये के पास पहुंच गया था. दिन खत्म होते-होते यह 87.48 पर बंद हुआ और मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 61 पैसे की बढ़त के साथ 86.84 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. रुपये की गिरावट सिर्फ सरकार की चिंता नहीं है, बल्कि इसका असर आप पर भी पड़ता है. रुपये में गिरावट के चलते देश में महंगाई पैर पसार सकती है. यानी अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में बिजली से लेकर पेट्रोल, डीजल, टीवी सब महंगे हो जाएंगे.  पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी होने पर माल ढुलाई महंगा हो जाएगा और इसका सीधा असर खाने-पीने की चीजों पर पड़ेगा. दूध-दही से लेकर सब्जी-भाजी सब महंगा हो जाएगा.  

क्यों गिर रहा है रुपया  

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर नई घोषणा की है. कभी वो कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी देते हैं तो कभी चीन पर निशाना साधते हुए  10 फीसदी टैरिफ बढ़ाने का ऐलान करते हैं . हालिया आदेश में ट्रंप ने स्टील और एल्युमीनियम पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कही है. इस फैसले का असर भारत पर भी हो सकता है. इन आशंकाओं और ग्लोबल ट्रेड वॉर के डर से रुपया लगातार गिरता जा रहा है. ट्रंप के फैसलों के कारण बाजार में बेचैनी दिख रही है. विदेशी निवेशक भारतीय शेयर मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं. जिसके चलते भारतीय रुपये पर दवाब बढ़ता जा रहा है.  

रुपये की गिरावट का क्या होगा असर 
 
रुपये में गिरावट का असर सिर्फ अर्थव्यवस्था पर नहीं बल्कि आम लोगों पर भी होगा.  रुपये के लगातार गिरने से देश में कई चीजों की कीमतें बढ़ सकती है.  बिजली, पेट्रोल, डीजल, सोलर पैनल, लग्जरी कार, इलेक्ट्रिक व्हीकल सब महंगे हो सकते हैं. रुपये के कमजोर होने से भारत को आयात किए जाने वाले वस्तुओं के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़  सकती है.  

आज रुपया का हाल  

रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 61 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.84 पर पहुंच गया. व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के कारण व्यापक आर्थिक अनिश्चितता उत्पन्न हो गई है, जिससे वैश्विक मुद्रा बाजारों पर काफी प्रभाव पड़ा है. रुपया इस उठापटक के बीच सोमवार को 88 के स्तर के करीब पहुंच गया था.  अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 87.45 पर खुला और फिर सुबह के कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 86.84 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 61 पैसे की बढ़त दर्शाता है. अमेरिकी प्रशासन के एल्युमीनियम तथा इस्पात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने के बाद बढ़ते व्यापार तनाव के बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 108.40 पर पहुंच गया.  

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