Waqf Amendment Bill: असदुद्दीन ओवैसी का इल्जाम है कि JPC के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए गलत तरीके से जरूरी मुद्दे हटा दिए. उन्होंने यहे भी कहा कि जब हिंदू इदारों में मुस्लिम नहीं रह सकता तो मुस्लिम इदारों में हिंदू कैसे रह सकता है.
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Waqf Amendment Bill: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने संसदीय कमेटी के चेयरमैन जंगदंबिका पाल पर संगीन इल्जाम लगाया है. उन्होंने कहा है कि पाल ने अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हुए गतल तरीके से असल मुद्दों को पिरोर्ट्स से हटा दिया है. मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि वक्फ की जायदाद उनके लिए इबादत की तरह हैं और सरकार इससे वंचित करना चाहती है.
पाल ने गलत तरीके से हटाई रिपोर्ट
ओवैसी ने कहा कि "हमारी गैरसहमति वाली रिपोर्ट बहुत बड़ी थी, इसमें कई असल मुद्दे थे. लेकिन चेयरमैन ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए इसे गलत तरीके से हटा दिया. उन्होंने हमें बताया तक नहीं. हमने खत लिख कर उनसे कहा है कि इन बिदुओं को शामिल किया जाए."
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वक्फ मतलब अल्लाह के नाम दान की हुई
ओवैसी ने कहा कि JPC की रिपोर्ट में सत्तारूढ़ पार्टी के संशोधन बहुमत से शामिल किए गए, लेकिन उनके संशोधन पास नहीं हुए क्योंकि उनके पास ज्यादा नंबर नहीं थे. ओवैसी ने कहा कि "वक्फ बोर्ड का मतलब है कि जो हमारे पुर्खों ने जायदाद अल्लाह के नाम दान में दी है. अब आप उसमें गैर-मुस्लिम शख्स को शामिल कर रहे हो. स्टेट वक्फ बोर्ड में कोई चुनाव भी नहीं होगा. आप ही उसमें लोगों को रखोगे." उन्होंने आगे दावा किया कि सरकार ने JPC में जो संशोधन पास किए हैं, वह वक्फ बोर्ड को भंग कर देंगे.
मुस्लिम इदारों में हिंदू क्यों?
ओवैसी ने पूछा कि जब हिंदू इदारों में कोई भी गैर-हिंदू नहीं शामिल है तो मुस्लिम इदारों में गैर-मुस्लिम कैसे शामिल हो सकता है? इस तरह से ये साफ हो जाता है कि सरकार वक्फ जायदाद जिसमें मस्जिद, दरगाह और कब्रिस्तान हैं, को सीज करना चाहती है.