Asaduddin Owaisi For Gaza: असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में सरकार से गाजा को रीबिल्ड करने में मदद करने और फिलिस्तीनी छात्रों को स्कॉलरशिप देने की मांग की है. उन्होंने गाजा में हुए नरसंहार पर मोदी सरकार के चुप्पी को लेकर सवाल किए.
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Asaduddin Owaisi For Gaza: संसद के बजट सत्र में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सदर असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से उसकी विदेश नीति को लेकर सवाल किया. साथ ही वह गाजा में हो रहे नरसंहार को लेकर सरकार की चुप्पी पर खूब बरसे और फलस्तीन के हक में अवाज उठाई.
फिलिस्तीन की उठाई आवाज
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी सोमवार यानी 3 फरवरी को राष्ट्रपति अभिभाषण प्रस्ताव के खिलाफ बोलने के लिए खड़े हुए. उन्होंने सरकार को घेरते हुए कमजोर विदेश नीति का इल्जाम लगाया. उन्होंने गाजा में इजरायली हमलों में मारे गए लोगों और घायल हुए लोगों की तादाद बताते हुए सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए. ओवैसी ने फिलिस्तीन और हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास का जिक्र करते हुए सरकार को आईना दिखाया है.
गाजा में मानवीय संकट का खतरा
ओवैसी ने गाजा में हुई तबाही और मानवीय संकट पर कहा कि "सर गाजा में 61 हजार 709 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1 लाख 11 हजार 588 सौ लोग इजरायली हमलों में घायल हुए है". उन्होंने आगे कहा कि "भारत जेनोसाइड समझौते में शामिल है, समझौता यह कहता है कि जेनोसाईड समझौते में शामिल सदस्य देश को नरसंहार होने से रोकना चाहिए और जेनोसाईड रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए."
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मोदी सरकार के चुप्पी क्यों है
असदुद्दीन ओवैसी भारत की तरफ से इतिहास में की गई फिलिस्तीन की मदद का जिक्र करते हुए कहा कि "यह महान देश फिलिस्तीन की एक यूनिवर्सिटी में दो फ्लोर लाइब्रेरी बनवाई थी." लेकिन अब "वो यूनिवर्सिटी और लाइब्रेरी बर्बाद हो गई है." उन्होंने गाजा में मानवीय समस्याओं पर कहा की "1.2 मिलियन लोग बेघर हो गए हैं और लोगों के पास पीने का पानी तक नहीं है." उन्होंने कहा कि इतना कुछ होने के बावजूद हमारे "प्रधानमंत्री "गाजा में हुए नरसंहार पर चुप क्यों हैं? इस मामले पर क्यों नहीं बोलते."
गाजा की मदद करे सरकार
उन्होंने सरकार से फिलिस्तीनी बच्चों के लिए स्कॉलरशिप बढ़ाने के साथ और फिलिस्तीनी छात्रों की मदद करने की गुजारिश की. साथ ही उन्होंने सरकार से गाजा को रीबिल्ड करने और उनको हेल्थ सेक्टर में मदद करने की मांग की. अपनी बात के आखिर में उन्होंने हथियारों से भरी शिप का जिक्र करते हुए कहा कि हम इस चीज को कैसे इजाजत दे सकते हैं. गौरतलब है कि पिछले साल स्पेन ने भारत से जा रहे जहाज को अपने पोर्ट पर रोक लिया था, शिप पर इल्जाम था कि भारत से इसमें हथियारों को भर कर इजरायल ले जाया जा रहा है.