America: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने तालिबान को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि तालिबना ने अमेरिकी बंधकों की जितनी संख्यां बताई है, अगर उससे ज्यादा हुआ तो उनके टॉप लीडरों पर बहुत बड़ा इनाम रखना जाएगा.
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America: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने तालिबान को सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि तालिबान के शीर्ष नेताओं पर 'बहुत बड़ा इनाम' रख सकता है. रुबियो ने रविवार को अपने सोशल मिडिया X पर यह बात कही.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रुबियो कहा, 'अभी-अभी सुनने में आया है कि तालिबान ने जितना बताया जाता है उससे कहीं ज्यादा अमेरिकियों को बंधक बनाया हुआ है. अगर यह सच है, तो हमें तुरंत उनके टॉप लीडरों पर बहुत बड़ा इनाम रखना होगा, शायद बिन लादेन पर रखे गए इनाम से भी बड़ा.'
Just hearing the Taliban is holding more American hostages than has been reported. If this is true, we will have to immediately place a VERY BIG bounty on their top leaders, maybe even bigger than the one we had on Bin Laden.
— Secretary Marco Rubio (@secrubio) January 25, 2025
विदेश मंत्री की पोस्ट में पूरी जानकारी नहीं दी गई और न ही तालिबान द्वारा बंधक बनाए गए अमेरिकियों की संख्या बताई गई. काबुल में अफसरों ने पिछले सप्ताह कहा था कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में बंद दो अमेरिकी नागरिकों के बदले में एक अफगान नागरिक की रिहाई हुई है, जिसे अमेरिकी अदालत ने ड्रग्स की तस्करी और उग्रवाद के आरोप में दोषी ठहराया था.
तालिबान ने दो अमेरीकियों को किया रिहा
अफगान अफसरों ने मंगलवार को बताया कि खान मोहम्मद नामक शख्स रिहा होने के बाद काबुल पहुंच गया है. तालिबान प्रशासन के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि इसके बदले में दो अमेरिकी नागरिकों को रिहा किया गया है, जिसमें से एक रयान कॉर्बेट था. परिवार के मुताबिक, कॉर्बेट 2022 से तालिबान की कस्टडी में था. अमेरिकी मीडिया आउटलेट्स ने कहा कि रिहा किए गए दूसरे अमेरिकी का नाम विलियम मैकेंटी था.
दो तालिबानी नेताओं के खिलाफ वारंट जारी
20 साल के जंग के बाद अमेरिका को अफगानिस्तान को छोड़कर जाना पड़ा था. वहीं, साल 2021 में तालिबान ने काबुल की सत्ता पर कब्जा कर लिया. इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के अभियोजक ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में सर्वोच्च आध्यात्मिक नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा समेत दो तालिबान नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट के लिए आवेदन किया है. इन पर महिलाओं और लड़कियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया गया. ( आईएएनएस इनपुट के साथ )