Jammu Kashmir News: गणतंत्र दिवस 2025 का दिन जम्मू-कश्मीर के त्राल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया. इस दिन त्राल चौक पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया.
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Jammu Kashmir News: गणतंत्र दिवस 2025 का दिन जम्मू-कश्मीर के त्राल के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया. इस दिन त्राल चौक पर पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. यह क्षण केवल एक प्रतीकात्मक घटना नहीं थी बल्कि यह शांति, एकता और प्रगति की नई शुरुआत का प्रतीक बन गया. वर्षों तक आतंकवाद का केंद्र रहे त्राल ने अब 'नया कश्मीर' के सपने को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है.
ठंड के बावजूद उमड़ा जनसैलाब
त्राल चौक पर आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 3000 से अधिक स्थानीय लोग शामिल हुए. ठंड के बावजूद बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने पूरे उत्साह के साथ इस आयोजन में भाग लिया. कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से किया गया था. इस समारोह में स्थानीय लोगों की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि अब त्राल शांति और विकास के पथ पर अग्रसर है.
तिरंगा फहराने में शामिल हुए हर पीढ़ी के लोग
राष्ट्रीय ध्वज फहराने का कार्य एक छोटी बच्ची, एक कॉलेज छात्र और एक बुजुर्ग ने मिलकर किया. यह क्षण त्राल के लिए बेहद खास था. जिस चौक पर कभी आतंकवादियों के नारे गूंजते थे, उसी चौक से अब शांति और समृद्धि की नई शुरुआत हुई. यह आयोजन स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों के बीच बढ़ते विश्वास और आपसी सहयोग को भी दर्शाता है.
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाई देशभक्ति
कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, देशभक्ति के गीत और प्रेरणादायक भाषण हुए. इन प्रस्तुतियों ने लोगों को एकता और प्रगति के महत्व से अवगत कराया. हर प्रस्तुति ने इस बात पर जोर दिया कि त्राल अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है.
प्रशासन ने व्यक्त की खुशी
त्राल के एसडीएम साजिद नकाश ने इस मौके पर कहा कि यह आयोजन हमारी एकता, शांति और विकास का प्रतीक है. मैं त्राल के लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को सफल बनाया. उनका यह बयान दर्शाता है कि प्रशासन भी इस बदलाव को लेकर आशान्वित है.
बलिदानों को किया याद
इस ऐतिहासिक क्षण ने उन अनगिनत बलिदानों को भी याद किया जो त्राल और कश्मीर घाटी में शांति और स्थिरता लाने के लिए दिए गए. यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि त्राल अब हिंसा और आतंकवाद के साये से बाहर निकलकर विकास और सद्भाव की ओर बढ़ रहा है.
नया कश्मीर की ओर बढ़ता त्राल
गणतंत्र दिवस 2025 पर तिरंगा फहराने की यह घटना त्राल के लिए एक नई शुरुआत है. यह दर्शाता है कि वर्षों के संघर्ष और बलिदान के बाद अब यह क्षेत्र शांति और प्रगति की राह पर है. त्राल के इस परिवर्तन ने न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का काम किया है.