Pakistan: पाकिस्तान और अफगानिस्तान क्यों बन गए एक-दूसरे के दुश्मन? PAK सेना प्रमुख ने बताई ये बड़ी वजह
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Pakistan: पाकिस्तान और अफगानिस्तान क्यों बन गए एक-दूसरे के दुश्मन? PAK सेना प्रमुख ने बताई ये बड़ी वजह

Pakistan News: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव का मुख्य कारण प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को बताया है.

Pakistan: पाकिस्तान और अफगानिस्तान क्यों बन गए एक-दूसरे के दुश्मन? PAK सेना प्रमुख ने बताई ये बड़ी वजह

Pakistan News: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव का मुख्य कारण प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को बताया है. उनका कहना है कि टीटीपी की अफगानिस्तान में मौजूदगी और वहां से होने वाले सीमा पार हमले दोनों देशों के बीच विवाद को बढ़ा रहे हैं. यह बयान उन्होंने सोमवार को पेशावर में खैबर पख्तूनख्वा के नेताओं के साथ बैठक के दौरान दिया.

सीमा पर झड़पों ने बढ़ाई चिंताएं

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर लगातार झड़पें हो रही हैं, जिससे दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं. पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान टीटीपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा, जिससे आतंकवादी पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं. हालांकि, अफगानिस्तान इन आरोपों को खारिज करता है. पिछले महीने हुई झड़पों में अफगानिस्तान के कम से कम आठ नागरिक मारे गए और 13 घायल हो गए थे.

पाकिस्तानी विमानों ने किए हवाई हमले

पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में कथित टीटीपी शिविरों पर बमबारी की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. इस झड़प में पाकिस्तान की फ्रंटियर कोर के एक सैनिक की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हुए. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि यह झड़प अफगानिस्तान की ओर से आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान में घुसपैठ की नाकाम कोशिश के बाद हुई थी.

भाईचारे वाले रिश्तों की अपील

जनरल असीम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है. उन्होंने अफगानिस्तान को "भाईचारा वाला इस्लामी पड़ोसी" बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच एकमात्र मतभेद टीटीपी की मौजूदगी और सीमा पार आतंकवाद है. उन्होंने कहा कि यदि दोनों पक्ष मिलकर काम करें, तो स्थिति में सुधार हो सकता है.

‘फितना अल-ख्वारिज’ का जिक्र

पाकिस्तानी सरकार ने टीटीपी को 'फितना अल-ख्वारिज' (इस्लाम की छवि खराब करने वाले तत्व) का नाम दिया है. जुलाई में जारी एक अधिसूचना में सरकार ने सभी संस्थाओं को टीटीपी का जिक्र करते समय 'खारिजी' शब्द का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था.

राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) पर जोर

जनरल मुनीर ने 2014 में तैयार की गई राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपी) पर तेजी से अमल करने की बात कही. यह 20-सूत्रीय योजना आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने के लिए बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व ने सेना को आंतरिक सुरक्षा समस्याओं के समाधान के लिए अफगानिस्तान के साथ बातचीत करने का निर्देश दिया है.

सामूहिक सहयोग की जरूरत

सेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सभी पक्षों के सामूहिक सहयोग की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब सभी हितधारक मिलकर काम करेंगे, तभी देश को आतंकवाद और सीमा विवाद से राहत मिलेगी.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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