Pakistan: पाकिस्तान में ISI पकड़ेगी बिजली चोरी.. चोरों ने शहबाज सरकार को लगाया अरबों का चूना
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Pakistan: पाकिस्तान में ISI पकड़ेगी बिजली चोरी.. चोरों ने शहबाज सरकार को लगाया अरबों का चूना

Pakistan News: पाकिस्तान में बिजली चोरी अब एक राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है. इसे रोकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार ने एक विशेष टास्क फोर्स बनाई है, जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के जासूस शामिल हैं.

Pakistan: पाकिस्तान में ISI पकड़ेगी बिजली चोरी.. चोरों ने शहबाज सरकार को लगाया अरबों का चूना

Pakistan News: पाकिस्तान में बिजली चोरी अब एक राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है. इसे रोकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार ने एक विशेष टास्क फोर्स बनाई है, जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के जासूस शामिल हैं. कराची में अकेले 18 ISI जासूसों को बिजली चोरों को पकड़ने का जिम्मा दिया गया है. इस टास्क फोर्स में ISI के साथ-साथ मिलिट्री इंटेलिजेंस और फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) के अधिकारी भी शामिल हैं.

हर महीने 50 अरब रुपए का नुकसान

पाकिस्तान सरकार के मुताबिक बिजली चोरी की वजह से देश को हर महीने 50 अरब रुपए का नुकसान हो रहा है. यह टास्क फोर्स अगले दो साल तक बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाएगी. लेकिन सवाल यह है कि जो ISI आतंकी गुटों को चलाने और दूसरे देशों में आतंकी हमले कराने के लिए जानी जाती है, वह अब बिजली चोरों को पकड़ने का काम करेगी.

बिजली चोरी एक राष्ट्रीय संकट

पाकिस्तान में बिजली चोरी अब हर न्यूज चैनल की हेडलाइन बन चुकी है. कभी बिजली चोर सरकारी कर्मचारियों को पीटते हैं, तो कभी पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं. यहां तक कि शहबाज सरकार के मंत्री भी इसे देशव्यापी समस्या मानते हैं.

आंकड़े बताते हैं संकट की गहराई

पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय के आंकड़े चौंकाने वाले हैं..

2013: 90 अरब रुपए की बिजली चोरी.
2021: 150 खरब रुपए.
2023: 600 खरब रुपए की चोरी दर्ज की गई.
यह आंकड़े बताते हैं कि बिजली चोरी की समस्या आबादी से भी तेज रफ्तार से बढ़ रही है.

महंगाई और गरीबी ने बढ़ाई समस्या

पाकिस्तान की जनता का कहना है कि बिजली इतनी महंगी हो गई है कि गरीब और महंगाई से जूझती जनता बिल भरने में असमर्थ है. IMF से कर्ज लेने के बाद सरकार ने बिजली पर दी जाने वाली सब्सिडी कम कर दी है. इससे बिजली के दाम बढ़ गए हैं और लोग मजबूरी में चोरी कर रहे हैं.

सरकार और जनता दोनों मजबूर

एक ओर जहां जनता महंगाई से परेशान है, वहीं सरकार IMF के दबाव में है. कर्ज के बदले IMF से किए गए वादों के चलते सरकार को सब्सिडी कम करनी पड़ी, जिससे बिजली की कीमतें बढ़ गईं.

बिजली चोरी से तंग पाकिस्तान की जनता

पाकिस्तान में एक छोटा तबका ऐसा भी है जो अपने देश की इस स्थिति से नाराज है. ये लोग "भिखारियों का पाकिस्तान" और "बिजली चोरों का पाकिस्तान" सुन-सुनकर तंग आ चुके हैं. उनका मानना है कि इज्जत मांगी नहीं जाती, कमाई जाती है, लेकिन मौजूदा हालात में पाकिस्तान के लिए यह मुश्किल है.

क्या यह समस्या हल हो पाएगी?

बिजली चोरी को रोकने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स का काम कितना प्रभावी होगा, यह समय बताएगा. लेकिन जब तक महंगाई और गरीबी की समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक इस संकट को पूरी तरह से खत्म करना मुश्किल है.

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