Ganga Sagar Mela 2025: महाकुंभ की हर तरफ चर्चा, देश में पवित्र स्नान के लिए गंगा के किनारे लगा है एक और मेला
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Ganga Sagar Mela 2025: महाकुंभ की हर तरफ चर्चा, देश में पवित्र स्नान के लिए गंगा के किनारे लगा है एक और मेला

Ganga Sagar Mela Makar on Sankranti 2025: महाकुंभ की हर तरफ चर्चा है लेकिन देश में पवित्र स्नान के लिए लोग एक और जगह जुट रहे हैं. दरअसल गंगा के किनारे लगा एक और मेला लगा है और वो जगह है पश्चिम बंगाल.

Ganga Sagar Mela 2025

Ganga Sagar Snan 2025: 13 जनवरी को बड़ा ही धूमधाम से मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. वैसे तो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का मेला लगा है लेकिन मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को गंगा और बंगाल की खाड़ी के संगम ‘गंगासागर’ में लोग पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप पर देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं. कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर  स्थित इस द्वीप पर का जनसैलाब उमड़ा है. वैसे तो हजारों की संख्या में लाखों तीर्थयात्री गंगासागर में पहले ही डुबकी लगा चुके हैं. इसी के साथ कपिल मुनि आश्रम में पूजा अर्चना भी कर चुके हैं. 

यूपी के बुजुर्ग व्यक्ति की मौत 
गंगा सागर स्नान को लेकर अधिकारियों ने जानकारी दी कि राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए द्वीप के साथ ही वहां तक ​​जाने वाले रास्ते पर व्यापक इंतजाम किए हैं. अधिकारियों के मुताबिक जिले में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है. भीड़ पर नजर रखी जा रहे हैं इसके लिए लिए ड्रोन की तैनाती की गई है. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह 6.58 बजे से लेकर 24 घंटे तक पवित्र स्नान का शुभ मुहूर्त जारी रहेगा. वहीं इस बीच पुलिस की ओर से जानकारी मिली कि रविवार को उत्तर प्रदेश के एक बुजुर्ग व्यक्ति की सागर द्वीप पर ही हृदयाघात होने से मौत हो गई. दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस समय द्वीप पर आयोजित होने वाले गंगासागर मेले को भी कुंभ मेले की तरह राष्ट्रीय दर्जा देने की मांग की है.

हिंदू धर्म में गंगा सागर स्नान का है बहुत महत्व 
गंगा सागर का स्नान हिंदू धर्म में बहुत महत्व है. हर साल यह मेला बड़े ही धूमधाम से बंगाल में लगता है. इसे लेकर मान्यता है कि गंगा सागर स्नान करने से 100 अश्वमेध यज्ञ जैसा पुण्य फल व्यक्ति को प्राप्त होता है व्यक्तिके पाप कटते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह वो दिन है जब जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में गोचर करता है और इसी दिन से हिंदुओं के शुभ कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृहप्रवेश जैसे आयोजन शुरू हो जाते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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