Guess This Malayalam Megastar: फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादा सुपरस्टार्स ऐसे हैं, जिनके संघर्ष की कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है. आज हम आपको एक ऐसे ही सुपरस्टार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लगातार फ्लॉप फिल्मों के बाद इतने हताश हो चुके थे कि फिल्म इंडस्ट्री तक छोड़ना चाहते थे, लेकिन आज वो 340 करोड़ के मालिक हैं.
हम यहां मलयालम सिनेमा के मेगास्टार ममूटी की बात कर रहे हैं, जिन्होंने बीते कुछ सालों में खुद को एक दमदार अभिनेता के तौर पर साबित किया है. उन्होंने हमेशा स्टारडम से ज्यादा अच्छे किरदारों को प्राथमिकता दी है. हाल ही में आई फिल्म 'ब्रमायुगम' में उनके बेहतरीन अभिनय ने ये साबित कर दिया. लेकिन ममूटी का ये सफर आसान नहीं था. शुरुआती दिनों में उनके अभिनय को खास सराहना नहीं मिली, बल्कि कई बार उनकी परफॉर्मेंस औसत या कमजोर मानी गई.
हालांकि, उन्होंने धीरे-धीरे अपने अभिनय पर मेहनत की, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल करना उनके लिए मुश्किल बना रहा. 80 का दशक उनके करियर के लिए सबसे मुश्किल रहा. उस दौरान उनकी कई अच्छी फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो गई. लगातार फ्लॉप फिल्मों के कारण उनका करियर लगभग खत्म होने की कगार पर पहुंच गया था और वो किस तरह के मेंटल हेल्थ से गुजरे इसके बारे में उन्होंने खुद बताया था.
ममूटी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, 'वो समय मेरे लिए बहुत बुरा था. मुझे लगा था कि मैं दोबारा कभी ऊपर नहीं उठ पाऊंगा. मैं निराश था और मुझे बहुत अपमान सहना पड़ा'. हालांकि, इस मुश्किल दौर के बाद ममूटी ने जबरदस्त वापसी की. 1987 में आई निर्देशक जोशी की फिल्म 'न्यू दिल्ली' में उन्होंने पत्रकार जी. कृष्णमूर्ति की भूमिका निभाई, जिसने उनकी किस्मत बदल दी. ये फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई, बल्कि ममूटी को एक अलग पहचान दिलाई.
ये फिल्म उस दौर की सबसे बड़ी हिट्स में से एक बनी और ममूटी सुपरस्टार बन गए. वहीं, उनके मोहनलाल को 1986 में 'राजाविंते मकन' फिल्म से स्टारडम मिला था और अब ममूटी भी उसी ऊंचाई पर पहुंच गए थे. ममूटी का कहना है कि इस मुश्किल दौर ने उनकी हिम्मत और मेहनत को और बढ़ाया. हालांकि, उन्होंने ये भी माना कि उस समय वे इतना हताश हो चुके थे कि उन्हें अपने करियर को लेकर कोई उम्मीद नहीं थी. उनके लिए 'न्यू दिल्ली' सिर्फ एक और कोशिश थी, जिसके सफल होने की कोई गारंटी नहीं थी.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, 'जब आत्मविश्वास खो जाता है, तो इंसान सिर्फ कोशिश ही कर सकता है. मैंने भी वही किया और सौभाग्य से मेरी कोशिश सफल हो गई'. उनका ये संघर्ष इस बात का सबूत है कि लगातार मेहनत और धैर्य से कोई भी अपनी किस्मत बदल सकता है. आज ममूटी सिर्फ मलयालम सिनेमा के नहीं, बल्कि पूरे भारतीय फिल्म जगत के सबसे सम्मानित कलाकारों में गिने जाते हैं. उनकी नेटवर्थ 340 करोड़ है. इतना ही नहीं, उनका सफर इंस्पायर करने वाला है. उनकी काफी बड़ी फैन फॉलोइंग है.
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