कुवैत के अमीर शेख मिशाल अल-अहमद अल-सबा (Sheikh Mishaal al-Ahmad al-Sabah) ने पिछले साल दिसंबर में कुवैत के नए अमीर के रूप में शपथ ली थी. अमीर अल-सबा ने अपने सौतेले भाई शेख नवाफ की जगह ली थी, जिनका 2023 में निधन हो गया था. 83 साल के शेख नवाफ देश की आंतरिक सुरक्षा की देखरेख करते रहे हैं और उन्हें भ्रष्टाचार से कड़ाई से निपटने के लिए जाना जाता है.
आज की तारीख में कुवैत के शाही परिवार में 1000 से ज्यादा सदस्य हैं. शेख सबा बिन जाबेर अल-सबा को अल-सबा परिवार का पहला शासक माना जाता है. बिन जाबेर 1756 से 1776 तक कुवैत के शासक रहे. वर्तमान शेख 83 साल के हैं. 27 सितंबर, 1940 को उनका जन्म हुआ था. कुवैत की इस फैमिली को कुछ और नामों की बात करें तो शेख मेशल का नाम सुर्खियों में रहता है. कुवैत के संविधान के अनुसार, पूर्व अमीर के अक्षम होने पर क्राउन प्रिंस अमीर बन जाता है. कुवैत की सरकारी वेबसाइट के मुताबिक उनके पांच बेटे और सात बेटियां हैं. कुवैत के संविधान के मुताबिक, नए शासक के पास अपना उत्तराधिकारी यानी क्राउन प्रिंस तय करने के लिए एक साल का समय होता है.
सन 1750 से कुवैत को चला रही सबा फैमिली की रईसी के चर्चे मिडिल ईस्ट से लेकर अरब जगत तक फैले हैं. कतर की रॉयल फैमिली को ऊपरावाले के रहमोकरम से अकूत दौलत का भंडार मिला है. इनकी रईसी का डंका पूरे खाड़ी देशों में बजता है. एक रिपोर्ट में इस परिवार की नेटवर्थ 360 अरब डॉलर बताई गई है. तो दूसरी में इनकी नेटवर्थ 400 अरब डॉलर तक बताई गई है. इस फैमिली के फंड का एक बड़ा हिस्सा यूरोप से लेकर अमेरिकी शेयर बाजार तक लगा है.
कुवैत के अमीर के शाही परिवार ने रियल एस्टेट, टेलीकॉम सेक्टर समेत दुनियाभर की तमाम बड़ी कंपनियों में पैसा लगाकर दोगुना-चार गुना पैसा बनाया है. अल-सबाह फैमिली ने बंदरगाहों, हवाई अड्डों, इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन में भी इंवेस्ट किया है. शाही परिवार रियल एस्टेट, टेलीकॉम सेक्टर के साथ अमेरिका की तमाम कंपनियों में भी जमकर निवेश किया है. अमीर का परिवार ही कुवैत इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (KIA) नाम की संस्था चलाता है. KIA ने ब्लैकरॉक, एसोसिएटेड ब्रिटिश पोर्ट्स (यूके), सिटीग्रुप और मेरिल लिंच जैसी कंपनियों में पैसा लगाया है.
अमीर शेख अल-सबाह फैमिली की इमकम का सबसे बड़ा जरिया कुवैत के बड़े-बड़े तेल भंडार हैं. जहां से करीब आधी दुनिया को तेल बेचा जाता है. कुवैती न्यूज वेबसाइट अल-सेयासा की एक रिपोर्ट के अनुसार, अल-सबा परिवार के पहले शासक ने 1756 में सत्ता की बागडोर संभाली थी.
कतर के अमीर शेख की फैमिली प्रॉपर्टी इतनी इतनी इतनी ज्यादा है कि उसका महज कुछ हिस्सा देखकर लोगों की आंखें चौंधिया नहीं बल्कि फट ही जाएंगी. इस फैमिली की गिनती दुनिया के टॉप 10 रईसों में होती है. वहीं इस फैमिली की फाइनेंसियल कंडीशन से इतर ये पूरे कतर की सबसे बड़ी फैमली है. कतर की रॉयल फैमिली की वित्तीय स्थिति कुवैत के तेल भंडार के अपार योगदान से जुड़ी है.
कुवैत के शाही परिवार को हाउस ऑफ सबा के नाम से जाना जाता है. सबा का परिवार बीते करीब 300 सालों से यहां राज कर रहा है. दस्तावेजों के हिसाब से बात करें तो इस फैमिली की रूलिंग का पहला जीवंत सबूत साल 1752 से जुड़ा है. द रिचेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कुवैत के शासकों, हाउस ऑफ सबा की अनुमानित कुल संपत्ति 360 अरब डॉलर है. हालांकि कुछ लोग उनकी प्रॉपर्टी को 400 अरब डॉलर से ज्यादा बताते हैं.
आपको बताते चलें कि कतर के शाही परिवार को घोड़ों का भी शौक है. परिवार के पास दुनिया के चंद सबसे दमदार और ताकतवर अरबी और मिस्र की नस्ल के घोड़े हैं. इनकी देखभाल के लिए सैकड़ों एकड़ जमीन अलग से रिजर्व की गई है, कतर के अमीर शेख का प्रशासनिक भवन देश की सबसे ऑयकानिक इमारत है. लग्जरी विटेंज कारों का बहुत बड़ा बेड़ा कतर की इस रॉयल फैमिली के पास अल्ट्रा-लग्जरी कारों और बहुत पुरानी कारों विंटेज गाड़ियों का भारी भरकम बेड़ा है. इस शाही फैमिली के गैराजों में 100 से 125 साल पुरानी विंटेज गाड़ियां आज भी पूरी चमक दमक के साथ खड़ी है. इस फैमिली के पास 1904 और 1924 की मिनर्वा, मूल जेम्स बॉन्ड फिल्मों की एस्टन मार्टिंस, कस्टम पोर्श 911 टर्बो एस, फेरारी, रोल्स रॉयस और पोर्श समेत दुनिया की हर लग्जरी कार इस परिवार के पास है.
कुवैत के नए अमीर 83 वर्षीय शेख मेशल अल अहमद अल जाबेर तेल समृद्ध खाड़ी देश के वास्तविक शासक के रूप में नामित होने से पहले कुवैत के क्राउन प्रिंस थे. अस्सी वर्षीय अल जाबेर दुनिया के सबसे बुजुर्ग क्राउन प्रिंसों में से एक थे. इस फैमिली की दौलत से अच्छे-अच्छे रस्क करते हैं. कुवैत के वर्तमान शाषकों के पीएम मोदी से अच्छे संबंध हैं.
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