Salary Increment in FY 2025: 31 मार्च आने के साथ ही फाइनेंशियल पूरा हो जाएगा और इसके साथ ही शुरू हो जाएगा इंक्रीमेंट का सिलसिला. किसी भी कंपनी में कर्मचारी के सालभर काम करने के बाद उसे सबसे ज्यादा इंतजार इंक्रीमेंट का ही रहता है. पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मौजूदा वित्त वर्ष में पिछले साल के मुकाबले कम सैलरी इंक्रीमेंट होने की उम्मीद है.
लेकिन अब एक नए सर्वे के आधार पर उम्मीद की जा रही है कि भारतीय कर्मचारियों को इस साल अलग-अलग उद्योगों में औसतन 9.4 प्रतिशत वेतन वृद्धि मिल सकती है. यह मजबूत आर्थिक वृद्धि और कुशल प्रतिभाओं की बढ़ती मांग का संकेत है. एचआर कंसलटेंसी कंपनी मर्सर के कुल पारिश्रमिक सर्वेक्षण (Total Remuneration Survey) के अनुसार, पिछले पांच साल में कर्मचारियों के वेतन में लगातार वृद्धि हुई है.
वेतन वृद्धि 2020 के 8 प्रतिशत से 2025 में बढ़कर 9.4 प्रतिशत होने का अनुमान है. सर्वे में भारत की टेक्नोलॉजी, उपभोक्ता वस्तुओं, वित्तीय सेवाओं, विनिर्माण, मोटर वाहन, इंजीनियरिंग आदि क्षेत्र की 1,550 से ज्यादा कंपनियों ने हिस्सा लिया. मोटर व्हीकल सेक्टर में कर्मचारियों का वेतन 10 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है.
पिछले साल मोटर व्हीकल सेक्टर में यह ग्रोथ 8.8 प्रतिशत रही थी. यह इलेक्ट्रिक वाहनों में वृद्धि और सरकार के नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ पहल के कारण संभव हो पाया है. विनिर्माण और इंजीनियरिंग सेक्टर में सैलरी ग्रोथ आठ से बढ़कर 9.7 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो विनिर्माण परिवेश में पुनरुत्थान को दर्शाता है.
मर्सर की ‘इंडिया करियर लीडर’ मानसी सिंघल ने कहा, ‘भारत के प्रतिभा परिदृश्य में तेजी से बदलाव हो रहा है. वेतन में उछाल भी वर्क फोर्स को नया आकार दे रहे हैं. इसके अलावा 75 प्रतिशत से अधिक संगठनों द्वारा प्रदर्शन-आधारित वेतन योजनाओं को अपनाने, अल्पावधि व दीर्घावधि दोनों में प्रदर्शन को महत्व देना समग्र बदलाव को दर्शाता है.’
उन्होंने कहा, ‘जो कंपनियां इन प्रवृत्तियों को प्राथमिकता देंगी, वे प्रतिस्पर्धी बाजार में प्रतिभाओं को आकर्षित करने तथा उन्हें बनाए रखने के लिए बेहतर स्थिति में होंगी.’
ट्रेन्डिंग फोटोज़