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Weird Tribes: शव को न जलाना, न दफनाना, न ही बहाना... फिर कैसे होता है इस देश में अंतिम संस्कार?

Papua New Guinea: दुनिया में हर समाज में अंतिम संस्कार की अलग परंपराएं होती हैं. जहां हिंदू शव को जलाते हैं और मुस्लिम-ईसाई दफनाते हैं, वहीं पापुआ न्यू गिनी की जनजातियों में न शव जलाया जाता है, न दफनाया. यहां मृतकों को विशेष तरीके से संरक्षित कर स्मोक ममीफिकेशन किया जाता है.

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दुनिया भर में कई धर्म हैं और हर धर्म की अपनी अलग परंपराएं होती हैं. इनमें से एक महत्वपूर्ण परंपरा है मृत्यु के बाद शव का अंतिम संस्कार. हर धर्म में शव को अंतिम यात्रा पर ले जाने का तरीका अलग-अलग होता है. जैसे हिंदू धर्म में जब किसी की मृत्यु होती है तो उनके शव को जलाया जाता है. यह दाह संस्कार कहा जाता है. वहीं, बच्चों की मृत्यु होने पर, उन्हें नदियों में प्रवाहित करने की परंपरा होती है. इस तरह से हर धर्म की अपनी अलग रीति-रिवाज होते हैं, जो उनके विश्वास और परंपराओं पर आधारित होते हैं.

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इस्लाम धर्म में मृत्यु के बाद शव को जमीन में दफनाया जाता है, और यही परंपरा ईसाई धर्म में भी देखी जाती है. लेकिन दुनिया का एक ऐसा भी देश जहां शव को न तो जलाते हैं और न ही दफनाते हैं. 

 

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जबकि, दुनिया में कई जनजातियां ऐसी हैं, जो अपनी अनोखी और अजीब प्रथाओं के लिए जानी जाती हैं. पापुआ न्यू गिनी में भी ऐसी ही कुछ परंपराएं हैं, जो सुनने में बेहद अनोखी लगती हैं और आम इंसान की सोच से परे होती हैं. ये प्रथाएं इन जनजातियों की खास पहचान हैं और उन्हें बाकी दुनिया से अलग बनाती हैं.

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अफ्रीकी देश पापुआ न्यू गिनी में अंतिम संस्कार को लेकर एक बेहद ही डरावनी परंपरा थी. वे दुनिया के अन्य हिस्सों से बिल्कुल अलग हैं. यहां कुछ जनजातियां ऐसी भी हैं, जो न तो शव को जलाती हैं और न ही दफनाती हैं. बल्कि इन जनजातियों में मृत्यु के बाद शव को संरक्षित करने के लिए किसी ऊंचे स्थान पर या पहाड़ी क्षेत्र में बास से लटका देते हैं ताकि यह अगली पीढ़ी के लिए उनके पूर्वजों की याद के रूप में संरक्षित रखते हैं.

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यहां के लोगों का मानना है कि उनके पूर्वज उनकी सुरक्षा करते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं. इसलिए मृत शरीर को संरक्षित करना उनके लिए सम्मान और आस्था का प्रतीक है. ये शव उनके लिए केवल यादगार नहीं हैं, बल्कि उनके इतिहास और संस्कृति का हिस्सा भी हैं. यह परंपरा इस जनजाति के लिए उनकी पहचान और विरासत को संरक्षित रखने का तरीका है. 

 

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पापुआ न्यू गिनी की यह अनोखी परंपरा दुनिया भर के पर्यटकों और शोधकर्ताओं को आकर्षित करती है. लोग यहां की संस्कृति और परंपराओं को करीब से समझने के लिए आते हैं. हालांकि, आधुनिक समय में इन परंपराओं में कुछ बदलाव भी हुए हैं. अब कुछ जगहों पर दफनाने और जलाने की प्रक्रिया को भी अपनाया जा रहा है, लेकिन स्मोक ममीफिकेशन की यह परंपरा अभी भी कुछ जनजातियों में जीवित है.  

 

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