ट्रैफिक में फंसा शख्स तो जुगाड़ से खुद को बाहर निकाला, ओला-उबर वालों के भी उड़ गए होश
Advertisement
trendingNow12635929

ट्रैफिक में फंसा शख्स तो जुगाड़ से खुद को बाहर निकाला, ओला-उबर वालों के भी उड़ गए होश

Bengaluru Traffic: बेंगलुरु में ट्रैफिक की समस्या और राइड-हेलिंग ऐप्स (जैसे उबर और ओला) से होने वाली परेशानियां किसी से छिपी नहीं हैं. लेकिन एक यात्री ने इन परेशानियों से निपटने के लिए एक बिल्कुल 'जीनियस' तरीका निकाला.

 

ट्रैफिक में फंसा शख्स तो जुगाड़ से खुद को बाहर निकाला, ओला-उबर वालों के भी उड़ गए होश

Bengaluru Traffic: बेंगलुरु में ट्रैफिक की समस्या और राइड-हेलिंग ऐप्स (जैसे उबर और ओला) से होने वाली परेशानियां किसी से छिपी नहीं हैं. लेकिन एक यात्री ने इन परेशानियों से निपटने के लिए एक बिल्कुल 'जीनियस' तरीका निकाला. जब उसे ओला और उबर पर लंबा इंतजार करना पड़ रहा था, तो उसने कुछ अलग सोचने का फैसला किया. उसने सामानों को ढोने के लिए बनी एक ऐप पोर्टर से सवारी बुक की, जो खासतौर पर सामान को इधर-उधर ले जाने के लिए होती है, न कि यात्रियों को.

 

पोस्ट किया 'पोर्टर' राइड का फोटो

इस व्यक्ति का नाम सोशल मीडिया पर 'पैथिक' है, और उसने पोर्टर ऐप से सवारी बुक करने का अनुभव एक फोटो के जरिए शेयर किया. इस फोटो में पैथिक पोर्टर के दोपहिया वाहन पर पिलियन (पीछे) सवार हैं, जबकि सामने वाले व्यक्ति के हेलमेट पर पोर्टर ऐप का ब्रांडिंग है. पैथिक ने इस फोटो को कैप्शन में लिखा, "आज मुझे ऑफिस जाने के लिए पोर्टर से सवारी करनी पड़ी, क्योंकि ओला और उबर नहीं मिल रहे थे."

 

यह पोस्ट 6 फरवरी को शेयर की गई थी, और इसे अब तक 32,000 से अधिक व्यूज मिल चुके हैं. इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर एक मजेदार बहस छेड़ दी है. इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने पैथिक की सोच को सराहा और इसे बेंगलुरु का एक जीनियस मोमेंट करार दिया. बहुत से लोगों ने इसे मजेदार और व्यावहारिक बताया. एक यूजर ने इसे वास्तव में जीनियस कहा.

 

 

कुछ यूजर्स ने कहा कि उन्होंने खुद भी इस तरह के विचार किए थे, लेकिन कभी उसे अमल में नहीं लाए. कुछ ने तो बेंगलुरु के भारी ट्रैफिक से बचने के लिए वैकल्पिक तरीके भी सुझाए, जैसे कि काम के घंटे बदलकर भीड़-भाड़ वाले समय से बचा जा सकता है.

 

रैपिडो के अजीब संदेश का मामला

बेंगलुरु में एक और दिलचस्प घटना घटी, जब एक आदमी बेंगलुरु के एक फ्लायओवर पर फंसा हुआ था. वह बहुत देर तक रुका रहा और तभी उसे रैपिडो ऐप से एक संदेश आया, जिसमें उसकी सुरक्षा के बारे में पूछा गया था. आदमी ने सोशल मीडिया पर इस घटना को शेयर किया और बताया कि जब उसका ऑटो रुक गया था, तो रैपिडो ने उसे सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह संदेश भेजा.

 

ऐप आधारित कैब सेवाएं आमतौर पर यह सुनिश्चित करने के लिए यात्रियों से संपर्क करती हैं, जब उनका वाहन लंबे समय तक एक स्थान पर रुकता है. लेकिन इस विशेष मामले में भारी ट्रैफिक की वजह से ऑटो लंबे समय तक वहीं रुका रहा, जिससे कैब सेवा को संदेश भेजने की आवश्यकता पड़ी.

Trending news