Juta Maar Holi: जानिए UP में होती है जूते मार होली, Police की मौजूदगी में लाट साहब के सिर पर बरसते हैं जूते
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Juta Maar Holi: जानिए UP में होती है जूते मार होली, Police की मौजूदगी में लाट साहब के सिर पर बरसते हैं जूते

UP News:  यूपी के शाहजहांपुर की अनोखी जूतामार होली होती है. इस होली में एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर उसे भैंसा गांड़ी पर बैठाया जाता है. जानिए फिर क्या होता है.

Juta Maar Holi: जानिए UP में होती है जूते मार होली, Police की मौजूदगी में लाट साहब के सिर पर बरसते हैं जूते

शिवकुमार/शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश में कहीं फूलों की होली, तो कहीं लठमार होली, लेकिन हम आपको बताते हैं जूता मार होली कहां होती है. हम बात कर रहे है यूपी के शाहजहांपुर की अनोखी जूतामार होली की. इस होली में एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर उसे भैंसा गांड़ी पर बैठाया जाता है. लाटसाहब के सर पर बेतहाशा जूता और झाड़ूओं की बरसात होती है. इस हुड़दंग वाली होली में विवाद न हो, इसलिए जिला प्रशासन लॉट साहब के जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली मस्जिदों को ढकवा देता है. सुरक्षा के लिए मस्जिद के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जाती है.

पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स करती है सुरक्षा
शाहजहांपुर की इस अनोखी जूता मार होली में एक शख्स को लॉट साहब बनाकर भैंसा गाड़ी पर बैठाया जाता है. उसे जूते और झाड़ू मार कर पूरे शहर में घुमाया जाता है. इस दौरान आम लोग लॉट साहब को जूते भी फेंककर मारते हैं. वहीं, जब लाटसाहब का जुलूस चौक कोतवाली पहुंचता, तो कोतवाल लाटसाहब को सलामी देते हैं. ये परंपरा पिछले कई दशकों से चली आ रही है. वहीं, शहर में लाटसाहब के जुलूस में किसी प्रकार का कोई हुडदंग ना हो, इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी और भारी सुरक्षा बल की मौजूदगी में जुलूस निकला जाता है.

40 मस्जिदों को पूरी तरह ढक दिया गया 
वहीं, कई बार ऐसा हुआ है, जब मस्जिद में लोगों ने रंग डाल दिया और विवाद की स्थिति पैदा हो गई. इसी के चलते हर बार की तरह इस बार भी जुलूस के रास्ते में पढ़ने वाली 40 मस्जिदों को पूरी तरीके से ढक दिया गया है. आपको बता दें कि अंग्रेजों के प्रति अपना आक्रोश प्रकट करने के लिए यहां एक व्यक्ति को अंग्रेज का प्रतीक लॉट साहब बनाकर उसे भैंसा गाड़ी पर बिठाया जाता है. इसके बाद उसे जूतों और झाड़ू से पीटा जाता है. वहीं, सांप्रदायिक सौहार्द न खराब हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन हर थाना स्तर पर पीस मीटिंग का आयोजन होता है. आपसी सहमति के बाद मस्जिदों को पूरी तरीके से ढक दिया जाता है.

पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में पुलिस अधीक्षक एस आंनद ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जूते मार होली खेलने की परंपरा दशकों पुरानी है. शहर में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स, पीएसी और कई जिलों की पुलिस फोर्स बुलाई गई है, जो मस्जिदों और पूरे शहर की सुरक्षा करेगी. साथ ही ड्रोन के जरिए भी जुलूस पर नजर रखी जाएगी. फिलहाल, प्रशासनिक अधिकारियों ने लाटसाहब के जुलूस की तैयारी मुकम्मल कर ली है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं.

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