यूपी बीजेपी की नई टीम में दिखेंगे युवा चेहरे, महिलाओं को भी मिलेगी जिलों और मंडल की कमान
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यूपी बीजेपी की नई टीम में दिखेंगे युवा चेहरे, महिलाओं को भी मिलेगी जिलों और मंडल की कमान

UP BJP News: यूपी बीजेपी नए साल पर संगठन को नया रूप देने की कवायद में जुटी है. नए साल में यूपी को ना केवल नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा बल्कि संगठन में जातिगत समीकरणों को बैठाते हुए युवा चेहरे और महिलाओं को भी जिलों और मंडल की कमान मिलेगी. जानते हैं क्या होगी ये पूरी रणनीति. 

यूपी बीजेपी की नई टीम में दिखेंगे युवा चेहरे, महिलाओं को भी मिलेगी जिलों और मंडल की कमान

UP BJP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने नए साल पर संगठन को नया रूप देने और सामाजिक समीकरणों को साधने का प्लान बनाया है. नए साल में यूपी में सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए भाजपा की नई टीम बनाने पर काम शुरू होगा. ये नई टीम जातिगत समीकरणों के आधार पर बनाई जाएगी. इसमें युवा चेहरे और महिलाओं को भी जिला और मंडलों की कमान मिलेगी.  

खबर तो यह भी है कि उत्तर प्रदेश को नए साल में बीजेपी का अगला प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. बीजेपी में संगठन की चुनावी एक्सरसाइज चल रही है. बीजेपी सूबे के नए संगठन में जातीय बैलेंस बनाने के साथ-साथ एक मजबूत सोशल इंजीनियरिंग बनाने की रणनीति है.

नए संगठन में युवाओं को अहमियत 
बीजेपी ने संगठन में युवाओं को अहमियत देने के उम्र लिमिट तय कर दी है. मंडल अध्यक्ष की आयु 35 से 45 वर्ष के बीच और जिलाध्यक्ष की आयु 45 से 60 वर्ष के बीच होगी. ऐसे में साफ है कि बीजेपी 45 साल से ऊपर के उम्र वालों को मंडल अध्यक्ष नहीं बनाएगी और न ही 60 साल से ज्यादा उम्र वालों को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी जाएगी.

अनुभव को तरजीह लेकिन तीसरा मौक नहीं
बीजेपी ने तय किया है कि दो बार मंडल अध्यक्ष रहने वाले नेताओं को तीसरी बार मंडल अध्यक्ष नहीं बनाएगी. इसके अलावा बीजेपी ने जिला अध्यक्ष के लिए तय किया है कि जिला अध्यक्ष की कमान उसे ही मिलेगी, जो 7 से 8 साल तक संगठन में काम करने का अनुभव होगा. इसके अलावा मौजूदा समय में बीजेपी के संगठन में किसी पद पर होना हो, उसे ही पार्टी जिले का अध्यक्ष बनाएगी.

किस वर्ग से होगा प्रदेश अध्यक्ष
इस यूपी भाजपा संगठन में दलितों को खास अहमियत दी जाएगी. संगठन में दलितों की भागीदारी बढ़ाई जाएगी. चर्चा यहां तक है कि प्रदेश अध्यक्ष दलित वर्ग से बनाया जा सकता है. आइये बिंदुवार बताते हैं नए संगठन की और क्या विशेषताएं होंगी.

तालमेल पर पूरा ध्यान
नए संगठन में ओबीसी और अगड़ी जातियों का भी तालमेल दिखाई पड़ेगा.

सभी वर्ग और जातियों का साथ 
संगठन में भाजपा के मुस्लिम नेताओं को भी वरीयता मिल सकती है, यानी सभी वर्गों, धर्म और जातियों को साध कर प्रदेश भाजपा का पुनर्गठन होगा. 

अच्छा काम करने वालों को वरीयता
अभी हाल ही में सम्पन्न हुए सदस्यता अभियान में नेता हो या कार्यकर्ता सभी को टास्क मिला था कि वो आम लोगों को पार्टी से जोड़े. ऐसे में सदस्यता अभियन में अच्छा काम करने वालो को भी संगठन में अच्छी जगह दी जा सकती है. 

आधी आबादी का पूरा हक 
प्रदेश भाजपा ने पार्टी के संगठन में आधी आबादी की भागीदारी बढ़ाने का फैसला किया है. पार्टी ने तय किया है कि राज्य से लेकर बूथ स्तर तक के संगठन में महिलाओं को तरजीह दिया जाएगा. संगठन के राज्य से लेकर बूथ स्तर तक की टीम में 33 फीसदी महिलाओं को पद दिए जाएंगे.

कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए संगठन में सभी जातियों और वर्गों का बैलेंस रखा जाएगा. ऐसे में देखना होगा कि नई टीम में कौन-कौन से चेहरे आते हैं. 

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