बीजेपी जिलाध्यक्षों के 70 नाम फाइनल पर महिला-दलित फॉर्मूले ने बिगाड़ा समीकरण, अटकी लिस्ट
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बीजेपी जिलाध्यक्षों के 70 नाम फाइनल पर महिला-दलित फॉर्मूले ने बिगाड़ा समीकरण, अटकी लिस्ट

BJP Jila Adhyaksh Chunav news: 70 जिलाध्यक्षों की लिस्ट तैयार होने की भी चर्चाएं सामने आईं लेकिन अब इसमें पेंच फंस गया है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी जिलाध्यक्ष लिस्ट में 'महिला और दलित' फॉर्मूल लागू करने के बाद नए सिरे से लिस्ट जारी की जाएगी.

UP BJP Jila Adhyaksh Chunav News

UP BJP Jila Adhyaksh List Update: यूपी में बीजेपी जिलाध्यक्षों की लिस्ट को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. अटकलें लगाई जा रही थीं कि 20 फरवरी तक नामों का ऐलान हो जाएगा. 70 जिलाध्यक्षों की लिस्ट तैयार होने की भी चर्चाएं सामने आईं लेकिन अब इसमें एक और पेंच फंस गया है. सूत्रों की मानें तो अब बीजेपी जिलाध्यक्ष लिस्ट में 'महिला और दलित' फॉर्मूल लागू करने के बाद नए सिरे से लिस्ट जारी की जाएगी.

बीजेपी जिलाध्यक्ष लिस्ट पर कहां फंसा पेच?
सूत्रों का कहना है कि यूपी बीजेपी जिलाध्यक्षों की लिस्ट में नया राजनीतिक समीकरण सेट करने का दिल्ली से फरमान आया है. सूची में 25 फीसदी महिलाओं और दलितों को जगह देने के निर्देश दिए गए हैं. बीजेपी का महिला और दलित फॉर्मूला आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव और उससे पहले 2026 में पंचायत चुनाव को देखते हुए लागू किया गया है. यानी 98 संगठनात्मक जिलों में करीब 25 नाम महिला और दलित अध्यक्षों के होंगे.

डेढ़ महीने से लिस्ट का इंतजार
गौरतलब है कि करीब डेढ़ महीने से जिलाध्यक्षों की लिस्ट को लेकर माथापच्ची बरकरार है. पहले जिलों में जिलाध्यक्षों के नामों को लेकर असहमति नजर आईं. कई जिलों में अध्यक्ष पद के नामों को लेकर दोफाड़ दिखा. पार्टी ने इसको लेकर रायशुमारी कर 70 जिलों की लिस्ट तैयार की. लेकिन दिल्ली आलाकमान से इस पर ब्रेक लग गया.

नए फॉर्मूले को लेकर भी माथापच्ची
सूत्रों की मानें तो नए फॉर्मूले को फिट करने में भी कई दिक्कतें हैं. बताया जा रहा है कि योग्यता पूरी न करना और पैनल में ज्यादा न आने के चलते जिलाध्यक्ष पद के लिए महिला और दलित का फॉर्मूला फिट नहीं हो पा रहा है. यही नहीं संख्या बढ़ने से अगड़ा और पिछड़े वर्ग का फॉर्मूला भी बिगड़ेगा. कई जिलाध्यक्ष जो दोबारा कुर्सी का सपना देख रहे थे, वो धरा का धरा रह जाएगा. आरएसएस, यूपी और दिल्ली के समीरकण को बैलेंस करना भी सबसे बड़ी चुनौती है. 

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