UP BJP Meeting : जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में राजनैतिक प्रस्ताव भी पारित होंगे. साथ ही 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार किया जाएगा.
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UP BJP Meeting : भारतीय जनता पार्टी (BJP) यूपी लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की लगातार समीक्षा कर रही है. इसी क्रम में रविवार 14 जुलाई को भी हार पर महामंथन होना है. इसके लिए जेपी नड्डा, सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के आंबेडकर सभागार में एक दिवसीय बैठक करेंगे.
2027 यूपी विधानसभा चुनाव पर मंथन
जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में राजनैतिक प्रस्ताव भी पारित होंगे. साथ ही 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार किया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश संगठन के आगामी कार्यक्रमों और अभियानों की रुपरेखा भी तय की जाएगी. पार्टी हाल ही में हुए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देगी.
बैठक में तीन प्रस्ताव रखे जाने की उम्मीद
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में करीब तीन प्रस्ताव रखे जाने की संभावना है. सबसे पहले राजनैतिक प्रस्ताव रखा जाएगा, जिसमें केंद्र में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए जनता के साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का आभार भी जताया जाएगा. इसके अलावा दूसरा आर्थिक प्रस्ताव भी रखा जाएगा. इसमें प्रदेश के आर्थिक विकास के साथ ही डबल इंजन की सरकार के बेहतर कार्यों की भी चर्चा होगी. तीसरे प्रस्ताव के तौर पर सोशल मीडिया को और प्रभावी बनाने से संबंधित हो सकता है.
इन प्रस्तावों पर होगी चर्चा
लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा के दौरान शीर्ष नेतृत्व से लेकर प्रदेश सरकार और संगठन ने भी सोशल मीडिया को और सक्रिय रखने के सुझाव आए थे. इसलिए कार्यसमिति की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव पर प्रमुखता से चर्चा होने की उम्मीद है. कार्यसमिति की बैठक रविवार को सुबह 11 बजे शुरू होगी. बैठक में शामिल वाले प्रतिनिधियों के पंजीकरण का काम सुबह 9 बजे ही शुरू हो जाएगा. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. इनके अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत प्रदेश सरकार के सभी मंत्री और पदाधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे.
2500 से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश से लेकर नगर पंचायत स्तर तक के नेताओं को भी बुलाया गया है. इसमें यूपी के केंद्रीय और प्रदेश पदाधिकारी, यूपी के केंद्रीय मंत्री, राज्य के मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, स्थायी आमंत्रित सदस्य, सांसदों, विधायकों, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, प्रदेश मोर्चो के अध्यक्ष व महामंत्री, क्षेत्रीय मोर्चों के अध्यक्ष व महामंत्री, पार्टी के जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी, जिला महामंत्री, सभी प्रकोष्ठों व विभागों के प्रदेश संयोजक व सहसंयोजक, सहकारी संस्थाओं के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी शामिल होंगे. इस तरह से बैठक में 2500 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है.
समीक्षा बैठक में ये बताई गई थी वजह
बीजेपी ने हार की वजह जानने के लिए हर जिले में समीक्षा बैठक की. इसमें कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन द्वारा बीजेपी के दलित और पिछड़े वर्ग के वोट बैंक में सेंधमारी की बात सामने आई. साथ ही बीजेपी की सीटों में कमी का कारण बेरोजगारी और पेपर लीक को लेकर युवाओं में बढ़ता गुस्सा भी था. अब रोजगार जैसे मुद्दों पर काम करने और दलितों और पिछड़े वर्गों तक पहुंच बनाने का निर्णय लिया है.
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