Maha kumbh Mela Bhagdad on Mauni Amavasya: प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ और हादसों के बाद प्रशासन ने मेला क्षेत्र में 5 बड़े बदलाव किए हैं. इन बदलावों का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था को सुधारना है.
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Mahakumbh stampede on Mauni Amavasya: प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में हाल ही में हुई भगदड़ के बाद सुरक्षा और सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. काली रोड पार्किंग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, और अब वाहनों का प्रवेश वहां प्रतिबंधित है. लाल मार्ग पर भी वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है, हालांकि पार्किंग स्थल खाली पड़े हैं, और श्रद्धालुओं की भीड़ यहां नहीं है.
नो-व्हीकल जोन
पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं, यानी अब मेला क्षेत्र में कोई भी वाहन प्रवेश नहीं करेगा.
वन-वे रूट
श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रास्तों को वन-वे कर दिया गया है. एक रास्ते से श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है, जिससे ट्रैफिक जाम और भगदड़ की संभावना कम हो सके.
वाहन प्रवेश पर रोक
प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को मेला क्षेत्र की सीमा पर रोका जा रहा है. 4 फरवरी तक यह व्यवस्था लागू रहेगी. शाम 5 बजे के बाद बीच-बीच में वाहनों को प्रवेश दिया जाएगा.
ट्रैफिक प्लान
शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. केवल कुछ विशेष वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी.
360 स्पेशल ट्रेनें
संगम क्षेत्र में भगदड़ के बाद रेलवे ने मेला स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी है. 360 स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज से बाहर जाने के लिए चलेंगी, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु सुरक्षित रूप से मेला क्षेत्र से बाहर जा सकें.
प्रयागराज के सीमावर्ती जिलों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है, और अयोध्या, कानपुर, फतेहपुर, लखनऊ, वाराणसी जैसे मार्गों पर यातायात पूरी तरह से सुचारु है. 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर होने वाले 'अमृत स्नान' के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं. इस अवसर पर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे.
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