Amroha Latest News : उत्तरप्रदेश के अमरोहा से एक अजीबो-गरीब खबर सामने आई है. जिसमें 335 जोड़ों में 145 जोड़े पकड़े जाने के डर से सभी भाग निकले. फर्जी मुस्लिम जोड़ों को पकड़ा गया तो उन्होंने क्या कहा? जानिए पूरा मामला क्या है ?
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Amroha News Hindi \ Vineet Agarwal : उत्तरप्रदेश के अमरोहा शहर से एक बड़ी खबर सामने आई है. जिसमें 335 जोड़ों में 145 जोड़े पकड़े जाने के डर से सभी भाग निकले. जब एक फर्जी मुस्लिम जोड़े को पकड़ा गया तो उनसे पता चला कि सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए दूसरी शादियां कर रहे थे.
जानिए पूरा मामला क्या है?
अमरोहा शहर में एक के बाद एक सामूहिक शादी योजना में फर्जी मामला सामने आया है. रविवार को आयोजित समारोह में 2022 में निकाह कर चुकी महिला भी शादी करने पहुंची थी. कागजों की जांच में महिला को पकड़ा तो वहां से 145 जोड़े और भाग गए. माना जा रहा है कि पकड़े जाने के डर से सभी जोड़े भाग निकले. सीडीओ ने जांच के बाद मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं वहीं, पकड़े गए जोड़े को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बाद में 190 जोड़ों की शादी कराई गई है.
जोड़ों का किया सत्यापन
हसनपुर के श्रीमती सुखदेवी इंटर कॉलेज के मैदान में रविवार को सीएम सामूहिक विवाह योजना के तहत 335 जोड़ों का विवाह होना था. दोपहर करीब 12 बजे दूल्हा और दुल्हन तैयार होकर पंडाल में पहुंच चुके थे. वर व वधू पक्ष के परिजन व रिश्तेदार भी समारोह में मौजूद थे. शादी की तैयारियां भी पूरी हो चुकी थी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के पहुंचने का इंतजार हो रहा था. इस बीच सीडीओ अश्विनी कुमार समारोह में पहुंचे और जोड़ों का सत्यापन करने लगे उन्होंने हसनपुर ब्लॉक के पंडाल में शादी के लिए पहुंचे पहले से शादीशुदा जोड़े को पकड़ लिया.
फर्जी जोड़े को किया पुलिस के हवाले
सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. सीडीओ ने फर्जी जोड़े को पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं, एडीओ समाज कल्याण ने फर्जी जोड़े के खिलाफ पुलिस थाने में तहरीर दी है. देर शाम तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी. फिलहाल महिला और युवक पुलिस की हिरासत में है उधर फर्जी जोड़ा पकड़े जाने की सूचना से समारोह में हड़कंप मच गया. इस बीच समारोह में शादी करने आए 335 जोड़ों में से 145 और भाग निकले. माना जा रहा है उक्त जोड़े ने भी फर्जी दस्तावेज के जरिये योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था.
ससुर की शिकायत पर सीडीओ ने की कार्रवाई
एडीओ समाज कल्याण हरवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में फर्जी तरह से शादी करने पहुंची महिला का नाम आसमा है. आसमा हसनपुर क्षेत्र के गांव सोंहत की रहने वाली है. जांच में सामने आया है कि उसकी शादी 2022 में गांव जयतौली निवासी नूर मोहम्मद से हुई थी. करीब एक वर्ष से दोनों में विवाद चल रहा है तभी से वह मायके में रह रही है। वह बिना तलाक लिए दूसरी शादी करने जा रही थी. जयतौली निवासी महिला के पति नूर मोहम्मद के पिता शफीक ने समारोह में पहुंचकर मामले की शिकायत की थी. इसके बाद सीडीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गलत तरीके से शादी करने जा रही आसमा को पुलिस के हवाले कर दिया.
अब संभल के युवक से कर रही थी शादी
फर्जी तरीके से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शादी करने की कोशिश करने वाली आसमा दलाल के माध्यम से संभल के एक युवक के शादी करने जा रही थी. पति से विवाद के बाद वह मायके में रहती है. इस बीच वह संभल के असमौली थाना रामनगर निवासी जाबिर के संपर्क में आ गई और दलाल के माध्यम से उसने सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए शादी करने की कोशिश की.
विवाह समारोह में पहले से शादीशुदा एक मुस्लिम जोड़ा पकड़ा गया है, जो महिला शादी कर रही थी उसका नाम आसमा है. वहीं, दूल्हे का नाम जाबिर है. फर्जी जोड़ा पंडाल तक लाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की भी जांच की जाएगी. जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, समारोह से भाग 145 जोड़े के दस्तावेजों की भी दोबारा जांच कराई जाएगी.
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