Agra News: आटा चक्की चलाने वाला कैसे बना पर्ची किंग, आगरा में खड़ा किया अरबों रुपये का जूतों का कारोबार
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Agra News: आटा चक्की चलाने वाला कैसे बना पर्ची किंग, आगरा में खड़ा किया अरबों रुपये का जूतों का कारोबार

Income Tax Raid In Agra: उत्तर प्रदेश के आगरा में आटा चक्की चलाने वाले से पर्ची किंग के घर पर हुई आयकर विभाग की छापेमारी में और भी परतें खुली हैं. कैसे वह एक मामूली इंसान से अमीर इतनी जल्दी बना. पढ़िए पूरी खबर...

IT Raid Agra

Agra News/Manish Gupta: उत्तर प्रदेश के आगरा में आटा चक्की चलाने वाले से पर्ची किंग के घर पर हुई आयकर विभाग की छापेमारी में लगातार कई बातें निकलकर सामने आई हैं. महज 20 साल पहले तक आटा चक्की चलाने वाला रामनाथ डंग आज का पर्ची किंग है. ये वो ही रामनाथ डंग है जिसके यहां से जब नोटों की गड्डियां निकलना शुरू हुआ तो एक के बाद एक नोटों की गड्डियों का अंबार लगना शुरु हो गया. 

80 करोड़ की बरामदगी
आगरा में रामनाथ डंग के घर पर आयकर विभाग की छापोमारी में पहले ही दिन बेड से, जूतों के डिब्बों और बाथरूम से नोटों की गड्डियां इतनी बड़ी संख्या में बरामद हुई हां कि उनकी गिनती करीब 80 करोड़ तक जा पहुंची है. 

क्या है पर्ची कारोबार
आपको बता दें रामनाथ डंग ने आटा चक्की के बाद हींग की मंडी में हरमिलाप ट्रेडर्स के नाम से फुटवियर मैटेरियल सप्लाई का काम शुरू किया था. हरमिलाप ट्रेडर्स दिखाने के लिए शू मैटेरियल ट्रेडिंग का कारोबार करता था. मगर उसका असल काम कुछ और ही था. रामनाथ डंग का असल कार्य पर्ची कारोबार का है. दरअसल पर्ची कारोबार उसे कहते है जिसमें कोई दुकानदार जूता कारखानेदार को माल की एवज में पेमेंट ना देकर एक पर्ची देता है. जिस पर लिखा होता है कि आगामी तीन महीने बाद पेमेंट मिल जाएगा.

वसूला ब्याज
इस पर्ची के आधार पर ही रामनाथ डंग तीन महीने बाद ब्याज सहित अपनी रकम उस दुकानदार से ले लेता था. बताया जा रहा है कि रामनाथ डंग एक पर्ची से एक से पांच फीसदी तक ब्याज वसूल लिया करता है. आयकर विभाग को छापेमारी के दौरान कई करोड़ की ऐसी अवैध पर्चियां बरामद हुई हैं. इन्हीं पर्चियों के बूते पर रामनाथ डंग काली कमाई का कुबेर बन बैठा.  रामनाथ डंग अपने दो बेटों राजीव और संजीव डंग के साथ अपने इस कारोबार को चला रहा था.

करोड़ों की अघोषित आय
ईधर बीके शूज के मालिक अशोक मिड्डा भी चंद सालों में करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन बैठा. धाकरान चौराहा, एमजी रोड स्थित बीके शूज छोटे छोटे कारखानेदारों से जूते बनवा कर खरीदता है. उसके बाद देश भर के कई राज्यों में उसकी सप्लाई की जाती थी. बीके शूज के मालिक अशोक मिड्डा भी अपने कारखानेदारों को पर्चियां देता था. इसके साथ मंशु फुटवियर के मालिक के यहां भी आयकर विभाग ने छापा मारा था. मंशु फुटवियर का मालिक अशोक मिड्डा का ही भाई है. ये भी एक शू कारोबारी है. इन दोनों के यहां से भी करोड़ों की अघोषित आय सरेंडर होने की बात कही जा रही है.

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